संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर मचा बवाल, Sonia Gandhi के बयान पर BJP का पलटवार

राहुल गांधी ने भी इसे उबाऊ करार दिया। इस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे राष्ट्रपति का अपमान बताया।

संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर मचा बवाल, Sonia Gandhi के बयान पर BJP का पलटवार
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर मचा बवाल, Sonia Gandhi के बयान पर BJP का पलटवार

नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के बयान को लेकर सियासी घमासान मच गया है। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि अभिभाषण के अंत तक वह बेहद थक चुकी थीं और मुश्किल से बोल पा रही थीं। राहुल गांधी ने भी इसे उबाऊ करार दिया। इस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे राष्ट्रपति का अपमान बताया।

भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोनिया गांधी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से संवैधानिक पदों का अपमान करती आई है। उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति देश की प्रथम नागरिक हैं और उनके लिए इस तरह की भाषा का उपयोग करना निंदनीय है। सोनिया और राहुल से और क्या उम्मीद की जा सकती है?"

"कांग्रेस का अभिजात्य और आदिवासी विरोधी रवैया"

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह बयान कांग्रेस की गरीब और आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कांग्रेस से राष्ट्रपति और पूरे आदिवासी समुदाय से माफी की मांग की।

"संविधान और संवैधानिक मूल्यों के प्रति कांग्रेस का कोई सम्मान नहीं"

भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस बार-बार संवैधानिक पदों का अपमान करती आई है। उन्होंने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी मानसिकता सामंती है और उन्होंने राष्ट्रपति के गरिमामय पद का अनादर किया है।

प्रियंका गांधी का पीएम मोदी पर पलटवार

इस बीच कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जनता के असली मुद्दों पर बात नहीं करते और संसद में चर्चा से बचते हैं।

सोनिया गांधी से माफी की मांग

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोनिया गांधी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक आदिवासी महिला हैं, जो बेहद मजबूत व्यक्तित्व की धनी हैं। कांग्रेस को उनके प्रति अपमानजनक भाषा के लिए माफी मांगनी चाहिए।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद संसद के भीतर और बाहर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है, और कांग्रेस-भाजपा के बीच तीखी नोकझोंक जारी है।janjaagrukta.com