बंदूक छोड़ उठा रहे कलम.. छत्तीसगढ़ में 6 नक्सलियों सहित 119 लोगों ने दी परीक्षा
मंगलवार को छह आत्मसमर्पित नक्सलियों समेत वनांचल के शिक्षा से वंचित 119 विद्यार्थी ओपन परीक्षा में शामिल हुए।
कबीरधाम (कवर्धा), जनजागरुकता डेस्क। छत्तीसगढ़ में बदलाव की बयार बह रही हैं। लोग बंदूक छोड़कर कलम उठा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण कवर्धा जिले में देखने को मिला है। जहां मंगलवार को छह आत्मसमर्पित नक्सलियों समेत वनांचल के 119 शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों ने ओपन परीक्षा में शामिल हुए। इन लोगों को ओपन परीक्षा का फार्म भरवाया गया था।
नक्सलियों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास
छत्तीसगढ़ के नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं। पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के निर्देश पर कबीरधाम पुलिस द्वारा आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है।
शिक्षा से वंचित 119 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल
कबीरधाम पुलिस ने छह आत्मसमर्पित नक्सलियों समेत वनांचल के 119 शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों को ओपन परीक्षा का फार्म भरवाया था। पुलिस अधीक्षक द्वारा परीक्षार्थियों को गांव से परीक्षा केन्द्र तक ले जाने के लिए निःशुल्क वाहन की भी व्यवस्था किया गया था।
मंगलवार को छह आत्मसमर्पित नक्सलियों समेत वनांचल के 119 शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों ने अपनी परीक्षा दी।
शिक्षा के बिना जीवन अधूरा- एसपी पल्लव
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कबीरधाम पुलिस द्वारा कराए गए छह आत्मसमर्पित नक्सली करन हेमला, अनीता हेमला, मगलू वेको, राजे वेको, लिबरी कोरराम और लक्ष्मी सहित वनांचल के शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ते हुए ओपन परीक्षा का फार्म डलवाया गया है। पुलिस विभाग द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित 119 विद्यार्थी को नि:शुल्क कोचिंग भी दी गई। एसपी पल्लव ने कहा कि शिक्षा विकास का मुख्य मार्ग है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है।