छठ महापर्वः महादेव घाट पर रहेगी भजन-कीर्तन की धूम, लोक गायक मोहन राठौर, दिलीप षड़ंगी के गीतों की होगी प्रस्तुति

कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी सर्वधर्म समभाव के आचरण से जुड़े छठ पर्व की शुरूआत कल नहाए खाए से होगी।

छठ महापर्वः महादेव घाट पर रहेगी भजन-कीर्तन की धूम, लोक गायक मोहन राठौर, दिलीप षड़ंगी के गीतों की होगी प्रस्तुति

रायपुर, जनजागरुकता। छठ महापर्व के अवसर पर महादेव घाट में धार्मिक आयोजन किया जाएगा। भजन-कीर्तन की भी धूम रहेगी। इसके लिए गीतकारों, कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। सर्वधर्म समभाव के आचरण से जुड़े छठ पर्व पर श्रद्दालुओं के लिए छठ घाट नदी किनारे भजन कीर्तन रखा जाएगा।  

इस पर्व को मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, नेपाल की तराई क्षेत्र में बहुतायत लोग मनाते हैं। कहा जाता है यह पर्व मैथिल मगध और भोजपुरी लोगों का सबसे बड़ा पर्व है। यह उनकी संस्कृति है। खासकर बिहार में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। 

छठ महापर्व आयोजन समिति, महादेव घाट रायपुर के प्रमुख राजेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि इस अवसर पर भोजपुरी लोक गायक मोहन राठौर, लोक कलाकार दिलीप षड़ंगी के गीतों पर श्रद्धालु झुमेंगे। भोजपुरी कलाकार प्रियंका पांडेय, अंतर्राष्ट्रीय नृत्य नाटिका के लिए प्रसिद्ध सोनाली और तरुण चोपड़ा ग्रुप के कलाकार 30 अक्टूबर, रविवार को सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे।

राजेश सिंह ने जानकारी दी कि छठ महापर्व नहाय खाय के साथ कल शुक्रवार से प्रारंभ होगा। रायपुरवासी 4 दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन 30 अक्टूबर को खारुन नदी के महादेव घाट पर सूर्य को अर्घ्य देने इकट्ठे होंगे। इस अवसर पर सांस्कृतिक भजन संध्या 30 अक्टूबर को रखा गया है।

भजन संध्या में प्रसिद्ध भोजपुरी लोक गायक एवं सुर संग्राम विजेता मोहन राठौर, छत्तीसगढ़ के लोक कलाकार दिलीप षड़ंगी और भोजपुरी कलाकार प्रियंका पांडेय, अंतर्राष्ट्रीय नृत्य नाटिका प्रसिद्ध सोनाली और तरुण चोपड़ा ग्रुप के कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति होगी।  रविवार को सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी जाएगी।

अंतर्राष्ट्रीय डांस ग्रुप धरोहर कला संगम संस्था प्रागराज के कलाकार सोनाली और तरुण चोपड़ा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम 2 बजे से प्रारम्भ होगा। इस वर्ष 28 से 31 अक्टूबर तक पूरे भारत सहित विश्व में छठ महापर्व परम्परा के साथ मनाया जाएगा। लोहंडा एवं खरना 29 अक्टूबर को होगा। संध्या काल में सूर्य को अर्घ्य 30 अक्टूबर को दिया जाएगा। वहीं उषा काल में अर्घ्य 31 अक्टूबर की सुबह दिया जाएगा। 

समिति के द्वारा 30 अक्टूबर को खारुन नदी के महादेव घाट पर भव्य संध्या आरती आयोजित की जाएगी। साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन 31 अक्टूबर की सुबह महादेव घाट पर किया जाएगा। इसी के तहत पर्व आयोजन समिति ने दूसरे दिन भी खारुन नदी एवं महादेव घाट की सफाई की गई। समिति के सदस्य 28 अक्टूबर, शुक्रवार को भी सुबह 6 बजे से सफाई करेंगे। janjaagrukta.com