तिरंगा श्रीनगर तक जाएगा और हम डरने वाले नहीं हैं- राहुल गांधी

भारत जोड़ो यात्रा मप्र में : विपक्ष के लोगों ने कहा था कि हिंदुस्तान 3 हजार 600 किमी लंबा है, यह पैदल नहीं तय किया जा सकता। हम मध्यप्रदेश आ गए हैं, 370 किमी यहां चलेंगे।

तिरंगा श्रीनगर तक जाएगा और हम डरने वाले नहीं हैं- राहुल गांधी

बुरहानपुर/भोपाल, जनजागरुकता डेस्क। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने बुरहानपुर के रास्ते बुधवार सुबह मप्र में प्रवेश कर लिया। राहुल ने बुरहानपुर में कहा कि इस प्यार भरे स्वागत के लिए आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद। महाराष्ट्र से हमारे साथ आए लोग लौट जाएंगे। महाराष्ट्र में इन्होंने यात्रा बहुत अच्छे से आयोजित की। बहुत अच्छा मैसेज महाराष्ट्र और भारत में गया। यह यात्रा कन्याकुमारी में शुरू की थी। विपक्ष के लोगों ने कहा था कि हिंदुस्तान 3 हजार 600 किमी लंबा है, यह पैदल नहीं तय किया जा सकता। हम मध्यप्रदेश आ गए हैं, 370 किमी यहां चलेंगे। यह तिरंगा श्रीनगर तक जाएगा और हम डरने वाले नहीं हैं। 

बंजारा लोकनर्तक रीना नरेंद्र पवार ने राहुल के स्वागत में खास नृत्य पेश किया

दरअसल महाराष्ट्र में जलगांव जामोद से उनका काफिला सुबह 6 बजे रवाना होकर जलगांव जामोद के जसौंधी गांव से होते हुए यात्रा मप्र के बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव पहुंचा। यहां राहुल गांधी के स्वागत के खास इंतजाम किए गए थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह समेत तमाम बड़े नेता राहुल के स्वागत के लिए बुरहानपुर में मौजूद रहे। बंजारा लोकनर्तक रीना नरेंद्र पवार ने राहुल गांधी के स्वागत में अपना खास नृत्य पेश किया। सिर पर गिलास और गिलास पर 51 मटकियां रखकर प्रस्तुति दी। झिरी में राहुल रात्रि विश्राम करेंगे। 

यात्रा उस नफरत, हिंसा और डर के खिलाफ जिसे हिंदुस्तान में फैलाया जा रहा

राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा के पीछे 2-3 लक्ष्य हैं। यह यात्रा उस नफरत, हिंसा और डर के खिलाफ है, जिसे हिंदुस्तान में फैलाया जा रहा है। भाजपा का तरीका यही है, सबसे पहले डर फैलाना। युवाओं, किसानों और आम लोगों में डर फैलाना। जब डर फैल जाता है तो उसे हिंसा में बदल देते हैं। हिंसा डर का ही रूप है। जो डरता नहीं है, वह हिंसा भी नहीं कर सकता। जो डरता है, वह ही हिंसा करता है। डर मिटाना हमारा लक्ष्य है, इस हिंदुस्तान में किसी से डरने की जरूरत नहीं है।

5 साल के बच्चे को मंच पर बुलाकर बताया- कैसे शिक्षा का निजीकरण हो रहा

राहुल ने एक 5 साल के बच्चे रुद्रा को मंच पर बुलाया। उन्होंने कहा कि रुद्रा 5 साल का है। यह डॉक्टर बनना चाहता है। इसने अपना सपना बना लिया है। यह उसके लिए काम करेगा। आज के हिंदुस्तान में रुद्रा का सपना पूरा नहीं हो सकता। मैं ऐसे नहीं बोल रहा, 70 दिन से चल रहा हूं। हर प्रदेश में रुद्रा जैसे बच्चों-युवाओं से मिला। कोई इंजीनियर बनना चाहता है, कोई डॉक्टर तो कोई लॉयर। सारे के सारे स्कूल प्राइवेटाइज हो गए। लाखों रुपये जेब से निकालने होंगे। उसके बाद रुद्रा को पता चलेगा कि माता-पिता के खून-पसीने ने उसे शिक्षा दिलाई। वह डॉक्टरी नहीं कर सकेगा और मजदूरी करने लगेगा। बेरोजगारों का हिंदुस्तान हम नहीं चाहते। तीन-चार उद्योगपतियों के हाथ में सारी की सारी इंडस्ट्री है। एयरपोर्ट, टेलीफोन और रेलवे तक उनके हाथ में जा रही है। हमें न्याय चाहिए। गरीबों को न्याय मिलना चाहिए। तीसरी बात महंगाई की है।

पूरे मप्र में चलकर दिखाएंगे, सुनेंगे आपकी बात, सिर्फ 15 मिनट अपनी बात रखेंगे

राहुल ने यात्रा के बारे में बताया कि हमने मध्यप्रदेश में पहला कदम रखा है। आपसे बहुत बातचीत होगी, आपसे गले लगेंगे, किसानों की समस्या समझेंगे। हम रोज 7-8 घंटे चलते हैं। हम अपने मन की बात नहीं करते। हम किसानों की मन की बात सुनते हैं। युवाओं, बहनों, मजदूरों, व्यापारियों के मन की बात क्या है, दिनभर सुनते हैं। फिर शाम को 7 बजे 15 मिनट हम अपनी बात रखते हैं। बहुत मजा आएगा, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को थोड़ी थकान आएगी। आप देखना, लाखों लोग इस यात्रा में शामिल होंगे। पूरे मध्यप्रदेश में चलकर दिखाएंगे। 

राहुल के साथ कदमताल करती नजर आएंगी प्रियंका

भी, साथ में रॉबर्ट वाड्रा और बेटा रेहान भी मौजूद

मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा 12 दिनों में 386 किमी चलेगी। इस दौरान बुरहानपुर, खड़वा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर मालवा जिले से यात्रा निकलेगी। यात्रा में शामिल होने कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा इंदौर पहुंच चुकी हैं। वाड्रा के इंदौर पहुंचने पर एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। हालांकि थोड़ी देर रुकने के बाद प्रियंका गांधी इंदौर से बुरहानपुर के लिए रवाना हो गई। इस दौरान साथ में रॉबर्ट वाड्रा और बेटा रेहान भी मौजूद थे। आज सुबह 7 बजे राहुल गांधी बुरहानपुर के बोदरली गांव पहुंचे। जहां कांग्रेस नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। पहले दिन राहुल गांधी करीब 25 किलोमीटर चलेंगे। सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रजनीश सिंह ने झंडावंदन किया। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को तिरंगा सौंपा।

41 साल पहले 1980 में इंदिरा गांधी बुरहानपुर आई थीं

बुरहानपुर आने वाले राहुल गांधी नेहरू-गांधी परिवार के चौथे सदस्य हैं। 41 साल पहले 1980 में इंदिरा गांधी बुरहानपुर आई थीं। तीन दिन यहां रुकी भी थीं। सबसे खास है कि जिस बोदरली गांव से यात्रा एमपी में एंट्री ली है, उसी गांव में इंदिरा गांधी ने रात 2 बजे टॉर्च की रोशनी में चुनावी सभा को संबोधित किया था। साल 1980 में इंदिरा गांधी लोकसभा चुनाव के दौरान बुरहानपुर पहुंची थीं। वे यहां पूर्व सांसद ठाकुर शिव कुमार सिंह के चुनाव प्रचार के लिए आई थीं। इस दौरान 3 दिन तक बुरहानपुर और नेपानगर में प्रचार करती रहीं। उन्हें देखने और सुनने लाखों की संख्या में लोग सड़कों पर खड़े थे। इस चुनाव में उस समय सांसद के उम्मीदवार ठाकुर शिव कुमार सिंह ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता कुशाभाऊ ठाकरे को हराया था। पूर्व प्रधानमंत्री राहुल गांधी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी बुरहानपुर आ चुके हैं। 

मप्र में 386 किमी यात्रा पैदल चलेगी  

भारत जोड़ो यात्रा 12 दिनों में 386 किमी मध्य प्रदेश में चलेगी। इस दौरान बुरहानपुर, खड़वा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर मालवा जिले से यात्रा निकलेगी। 4 दिसंबर को यात्रा आगर मालवा जिले से राजस्थान में प्रवेश कर जाएगी। मध्य प्रदेश में यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ कमलनाथ भी रहेगी। मध्य प्रदेश में राहुल की यात्रा में अलग-अलग स्थान पर उपयात्राएं शामिल होगी। 22 उप यात्राओं में अलग-अलग जिले के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल है।

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