Thyroid की बीमारी हो सकती है जानलेवा, जानें लक्षण और बचाव के उपाय..
शरीर में हार्मोन के असंतुलित होने से यह बीमारी होती है. गले में मौजूद थायरॉइड ग्रंथि हार्मोन को बनाती है. जब इस एंडोक्राइन ग्रंथि की एफिशिएंसी पर प्रभाव पड़ता है, तो हार्मोन इंबैलेंस हो जाते हैं, जिसकी वजह से यह समस्या पैदा होती है.
जनजागरुकता डेस्क। थायरॉइड एक छोटी सी ग्रंथि है, जो गले में स्थित है. यह ग्रंथि शरीर में हार्मोन का प्रोडक्शन करती है, जो कई जरूरी कामों को कंट्रोल करने का काम करती है. थायरॉइड की समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है. हालांकि यह समस्या पुरुषों को भी हो सकती है.
शरीर में हार्मोन के असंतुलित होने से यह बीमारी होती है. गले में मौजूद थायरॉइड ग्रंथि हार्मोन को बनाती है. जब इस एंडोक्राइन ग्रंथि की एफिशिएंसी पर प्रभाव पड़ता है, तो हार्मोन इंबैलेंस हो जाते हैं, जिसकी वजह से यह समस्या पैदा होती है. थायरॉइड से ग्रसित लोगों को शारीरिक तौर पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इसका समय रहते इलाज न कराने से यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है.
थायरॉइड के प्रकार
जब थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बनाती है, तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है. वहीं, जब ग्रंथि बहुत ज्यादा हार्मोन बनाती है, तो इसे हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है. दोनों ही स्थितियां कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं. ऐसे में इसके लक्षणों के बारे में जानना बेहद जरूरी है.
हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण
- कमजोरी
- वजन बढ़ना
- ठंड लगना
- कब्ज
- सूखी त्वचा
- बालों का झड़ना
- डिप्रेशन
- एकाग्रता में कमी
हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण
- चिंता
- थकान
- वजन कम होना
- गर्मी लगना
- दस्त
- पसीना आना
- थरथराहट
- अनियमित दिल की धड़कन
बचाव
- फल, सब्जियां और साबुत अनाज से भरपूर होने जैसे पौष्टिक चीजों के सेवन से थायरॉइड ग्रंथि को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है.
- रोजाना एक्सरसाइज करने से शरीर को स्वस्थ रखने और थायरॉइड हार्मोन के लेवल को कंट्रोल करने में काफी हद तक मिलती है.
- तनाव को कम करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी प्रेक्टिस करें.
- पर्याप्त नींद शरीर को स्वस्थ रखने और थायरॉइड हार्मोन के लेवल को कंट्रोल कर सकती है.
इन चीजों से करें परहेज
थायराइड के लक्षण दिखाई देने पर सोयाबीन और उससे बनी चीजों का सेवन करने से बचें. सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजन मौजूद होने से यह हार्मोन बनाने वाले एंजाइम की कार्यक्षमता पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है. इसके अलावा धूम्रपान, शराब, चाय-कॉफी, मीठा और प्रोसेस्ड फूड्स का कम मात्रा में सेवन करें.