पीएम मोदी की मेजबानी में एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे पुतिन व जिनपिंग सहित 12 देश
भारत इस साल पहली बार इसकी अध्यक्षता कर रहा है। सम्मेलन में ईरान के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होगा। रिपोर्ट के मुताबिक इस शिखर बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी का अध्यक्षीय भाषण होगा। यह भारत में वैश्विक कूटनीति के लिहाज से खास है।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। भारत के मार्गदर्शन में मंगलवार को आयोजित होने वाले वर्चुअल एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक कनेक्टिविटी और व्यापार पर फोकस होगा। इसमें यूरेशियन समूह के नवीनतम सदस्य के रूप में ईरान भी शामिल हो रहा है। इस वर्चुअल शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित 12 देश शामिल होंगे।
बैठक भारत में वैश्विक कूटनीति के लिहाज से खास
भारत इस साल पहली बार एससीओ की अध्यक्षता कर रहा है। सम्मेलन में ईरान के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होगा। रिपोर्ट के मुताबिक इस शिखर बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी का अध्यक्षीय भाषण होगा। चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय इसकी पुष्टि कर चुके हैं। यह बैठक दोपहर 12.30 बजे शुरू होगी और 2 घंटे 45 मिनट तक चलेगी।आज का दिन भारत में वैश्विक कूटनीति के लिहाज से खास होने जा रहा है।
चीन और पाक के साथ भारत के तनावपूर्ण संबंधों की पृष्ठभूमि में आयोजित
एससीओ शिखर सम्मेलन चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के तनावपूर्ण संबंधों की पृष्ठभूमि में आयोजित किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षों से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध ने द्विपक्षीय संबंधों को छह दशकों में सबसे निचले स्तर पर पहुंचा दिया है। वहीं, नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच संबंध आतंकवाद के मुद्दे से प्रभावित हैं।
नए सदस्य ईरान का स्वागत करने के लिए भी तैयार
पिछले सप्ताह मॉस्को को हिलाकर रख देने वाले अल्पकालिक सशस्त्र विद्रोह के बाद एक बहुपक्षीय शिखर सम्मेलन में पुतिन की यह पहली भागीदारी होगी। साथ ही भारत की अध्यक्षता में एससीओ का शिखर सम्मेलन, समूह के नए स्थायी सदस्य के रूप में ईरान का स्वागत करने के लिए भी तैयार है।
कनेक्टिविटी और व्यापार बढ़ाने के लिए भारत ने कई कदम उठाए
भारत ने हाल के वर्षों में मध्य एशियाई राज्यों के साथ कनेक्टिविटी और व्यापार बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। एससीओ की भारत की अध्यक्षता के लिए विषय ‘सुरक्षित’ या सुरक्षा, आर्थिक विकास, कनेक्टिविटी, एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और पर्यावरण संरक्षण है।