देश के 7 राष्ट्रीय दलों में से बीजेपी को मिला सबसे अधिक चंदा

इसमें से 9,188.35 करोड़ रुपए यानी लगभग 56 फीसदी राशि चुनावी बॉन्ड के जरिए प्राप्त हुई है। वहीं चंदे के मामले पर बंगाल वाली दीदी ने कमाल कर दिया है।

देश के 7 राष्ट्रीय दलों में से बीजेपी को मिला सबसे अधिक चंदा

नई दिल्ली, जनजागरुकता। भारत में 7 राष्ट्रीय दलों और 24 क्षेत्रीय दलों को 2016-17 और 2021-22 के बीच लगभग 16,437 करोड़ रुपए का चंदा मिला है। इसमें से 9,188.35 करोड़ रुपए यानी लगभग 56 फीसदी राशि चुनावी बॉन्ड के जरिए प्राप्त हुई है। वहीं सबसे अधिक चंदा विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन के रूप में जाने जाने वाली पार्टी भाजपा को मिला है।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के मुताबिक, रिपोर्ट में बताया गया है कि 2016-17 और 2021-22 के बीच राजनीतिक दलों को मिले सभी चंदे में से आधे से अधिक इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से थे और भाजपा को अन्य सभी राष्ट्रीय दलों की तुलना में ज्यादा धन मिला।

रिपोर्ट के मुताबिक 7 राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित प्रत्यक्ष कॉर्पोरेट चंदा 6 साल की अवधि के दौरान 31 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कॉर्पोरेट दान से पांच गुना से अधिक है। छह साल की अवधि में, क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित प्रत्यक्ष कॉर्पोरेट दान में लगभग 152 फीसदी की वृद्धि हुई।

56 फीसदी राशि चुनावी बॉन्ड से

एडीआर के मुताबिक, 2016-17 से 2021-22 के बीच 7 नेशनल पार्टियों और 24 क्षेत्रीय पार्टियों को लगभग 16,437 करोड़ रुपए का चंदा मिला। इसमें से 9,188.35 करोड़ रुपए यानी करीब 56 फीसदी राशि चुनावी बॉन्ड के जरिये प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने 2016-17 और 2021-22 के बीच 10,122.03 करोड़ रुपए के चंदे की घोषणा की, इसके बाद कांग्रेस (1,547.43 करोड़ रुपए) और तृणमूल कांग्रेस (823.30 करोड़ रुपए) का स्थान रहा।

सभी दलों से बीजेपी का चंदा तीन गुना अधिक

एडीआर ने कहा कि 80 फीसदी से अधिक चंदे यानी करीब 13,190.68 करोड़ रुपये राष्ट्रीय दलों को मिले जबकि 3,246.95 करोड़ रुपये (19.75 प्रतिशत) क्षेत्रीय दलों को मिले। रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा द्वारा घोषित कुल चंदा अन्य सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित कुल चंदे से तीन गुना से अधिक है। 4,614.53 करोड़ रुपये (जो कुल चंदे का लगभग 28 फीसदी है) का चंदा कॉर्पोरेट क्षेत्र और 2,634.74 करोड़ रुपये (16.03 प्रतिशत) अन्य स्रोतों से प्राप्त हुए हैं। 

कॉर्पोरेट दान में 48 फीसदी की वृद्धि

भाजपा को चुनावी बॉन्ड के माध्यम से 52 फीसदी से अधिक चंदा मिला। भाजपा को मिलने वाले चंदे का करीब 32 फीसदी कॉरपोरेट घरानों से आया है। यह भी बता दें कि राष्ट्रीय दलों के लिए, 2017-18 और 2021-22 के बीच चुनावी बॉन्ड से दान में 743 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि कॉर्पोरेट दान में 48 फीसदी की वृद्धि हुई। सबसे अधिक चंदा आम चुनाव के साल 2019-20 में (4,863.50 करोड़ रुपये) प्राप्त हुआ, इसके बाद 2018-19 में 4,041.48 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021-22 में 3,826.56 करोड़ रुपये मिले। 

इन दलों को 20,000 रुपए से कम डोनेशन

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को ‘अन्य’ स्रोतों से 100 फीसदी (जिसका अर्थ है कि 20,000 रुपये से कम) का दान मिला, जिसके लिए राजनीतिक दलों को दाता का विवरण घोषित करने की आवश्यकता नहीं है।

बीजद को 622 करोड़ बॉन्ड से मिले

क्षेत्रीय दलों में बीजद के कुल चंदे का 89.81 फीसदी से अधिक 622 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड से आया, द्रमुक ने 431.50 करोड़ रुपये के बॉन्ड से दूसरा सबसे बड़ा दान घोषित किया, इसके बाद टीआरएस ने 383.65 करोड़ रुपये और वाईएसआर-सी ने 330.44 करोड़ रुपये घोषित किए।

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