बालोद संकल्प शिविर : हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे- सीएम बघेल

बालोद में आज सीएम भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी पर निशाना साधा।

बालोद संकल्प शिविर : हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे- सीएम बघेल

रायपुर/बालोद, जनजागरुकता डेस्क। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बालोद के संकल्प शिविर में कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस को मौका मिला आम जनता को मजबूत बनाने का काम किया। हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे। पार्टी से जिसे भी प्रत्याशी बनाया जाएगा उसको विजयी बनाने के लिए हमेशा कार्य करेंगे। सीएम ने पीएम नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अफवाह फैलाने के अलावा भाजपा के नेताओं ने कुछ नहीं किया। 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बालोद जिले के संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करकाभाट पहुंचे। यहां सीएम ने विधानसभा के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। बालोद पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया जिसके बाद हजारों कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री ने संकल्प दिलाया। 

विधायक संगीता ने सीएम के सम्मान में सुनाई कविता

इस दौरान विधायक संगीता सिन्हा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सम्मान में एक कविता का गायन किया जिसमे सभी मौजूद कार्यकर्ताओं ने उनका साथ दिया। विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि इस बार पुनः कांग्रेस की सरकार बनानी है। उन्होंने कहा इंसान को जब कोई नई जिम्मेदारी मिलती है उसके बाद अपने घर को जाते हैं पर मुख्यमंत्री सीधे कार्यालय पहुंचे और किसानों का कर्जा माफ किया।

आम जनता को कांग्रेस ने बनाया मजबूत 

सीएम बघेल ने कहा कि मतदान के अधिकार से लेकर महिलाओं का अधिकार, महिलाओं को संपत्ति रखने का अधिकार पहले नहीं था। धान का समर्थन मूल्य इंदिरा जी के समय आया। बैंक में आम जनता को ले जाने का काम इंदिरा जी ने किया ।जब भी कांग्रेस को मौका मिला आम जनता को मजबूत बनाने का काम किया। 

हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे 

उन्होंने कहा की हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे पार्टी से जिसे भी प्रत्याशी बनाया जाएगा उसको विजयी बनाने के लिए हमेशा कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए बनारस के किसानों की तुलना में छत्तीसगढ़ के किसानों को 2100 रुपए क्विंटल के साथ खुशहाल बताया। केन्द्र ने चावल खरीदने से मना किया तो हमे चावल की नीलामी की प्रति क्विंटल 600 से लेकर 700 तक का नुकसान हुआ।

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