केंद्र सरकार पर Mallikarjun Kharge ने बोला हमला..
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस फैसले को “चुनाव आयोग की अखंडता को नष्ट करने की एक सुनियोजित साजिश” करार दिया है। उन्होंने इसे संविधान और लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया।
जनजागरुकता डेस्क। कांग्रेस (Congress) ने चुनाव नियमों में बदलाव को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) के फैसले की कड़ी आलोचना की है, जिससे सीसीटीवी फुटेज, वेबकास्टिंग सामग्री, और उम्मीदवारों की वीडियो रिकॉर्डिंग जैसी इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज़ प्राप्त करना और भी कठिन हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने इस फैसले को “चुनाव आयोग की अखंडता को नष्ट करने की एक सुनियोजित साजिश” करार दिया है। उन्होंने इसे संविधान और लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया।
चुनाव आयोग की सिफारिश पर केंद्रीय कानून मंत्रालय ने शुक्रवार को चुनाव संचालन नियम, 1961 के नियम 93(2)(ए) में संशोधन किया, जिससे चुनाव प्रक्रिया में सार्वजनिक निरीक्षण के लिए आवश्यक दस्तावेजों पर प्रतिबंध लगाया गया। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि मतदान केंद्रों के अंदर सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का दुरुपयोग मतदाता की गोपनीयता के लिए खतरा बन सकता है और इसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग से फर्जी खबरों को फैलाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस फैसले के विरोध में विवाद खड़ा हो गया है, और विपक्ष ने सरकार पर “चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को नुकसान पहुंचाने” का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने इसे “भारत के चुनाव आयोग की अखंडता को नष्ट करने की सुनियोजित साजिश” करार दिया है।
खरगे ने इस कदम की तुलना चुनाव आयोग की नियुक्ति में होने वाले चयन पैनल से भारत के मुख्य न्यायाधीश को हटाने से की और कहा, “सरकार द्वारा चुनाव आयोग की अखंडता को नष्ट करना संविधान और लोकतंत्र पर सीधा हमला है, और हम इसे बचाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”