पुलिस कांस्टेबल की आत्महत्या के मामले में पूर्व सीएम भूपेश बोले..
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि कांस्टेबल अनिल रत्नाकर द्वारा लगाए गए आरोपों की CBI जांच होनी चाहिए।
रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले के रामपुर गांव में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं के आरोपों के बीच एक कांस्टेबल ने शनिवार (21 दिसंबर) को आत्महत्या कर ली। कांस्टेबल ने दावा किया कि निचले स्तर के पुलिसकर्मियों को फंसाने की साजिश हो रही है। इस घटना ने राज्य में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब 16 नवंबर को जिले में आयोजित कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अंकों की हेराफेरी के आरोप में चार कांस्टेबलों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों के अनुसार, ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल अनिल रत्नाकर का शव गांव में एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया। अनिल रत्नाकर के हाथ की हथेली पर हिंदी में लिखा एक संदेश मिला, जिसमें उन्होंने लिखा था, "कांस्टेबलों को फंसाया जा रहा है और अधिकारी खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। सभी इसमें शामिल हैं।" बता दें कि रत्नाकर 2021 में पुलिस बल में भर्ती हुए थे और खैरागढ़ जिले में तैनात थे।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि कांस्टेबल अनिल रत्नाकर द्वारा लगाए गए आरोपों की CBI जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि प्रदेश में हो रही सभी भर्तियों की जांच हो। साथ ही, उन्होंने सोशल मीडिया पर कांस्टेबल की मौत पर शोक व्यक्त किया।