क्रिप्टोंकरेंसी हैकर्स के निशाने पर, पिछले 10 साल में उड़ाए 30 अरब डॉलर
रिपोर्ट के अनुसार 2019 से 2021 के बीच हैकिंग की घटनाएं सबसे ज्यादा हुई है। एक व्यक्ति से एनएफटी में 3,27,000 डॉलर की चोरी के बाद स्कैमस्निफर के ऑन-चेन मॉनिटरिंग बॉट्स द्वारा उसे पकड़ा गया था।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। क्रिप्टो सेगमेंट को निशाना बनाने वाले हैकर्स ने पिछले 10 वर्ष में 30 अरब डॉलर से अधिक के नॉन-फंजिबल टोकन की चोरी की है। पिछले वर्ष क्रिप्टो मार्केट में खरीदारी बढ़ी थी और इससे क्रिप्टो करेंसीज के प्राइसेज में काफी तेजी आई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2012 से लेकर अब तक रिकॉर्ड की गई 1,102 घटनाओं में 30 अरब डॉलर से ज्यादा की चोरी की गई है।
2019 से 2021 के बीच हैकिंग की घटनाएं सबसे ज्यादा
रिपोर्ट के अनुसार 2019 से 2021 के बीच हैकिंग की घटनाएं सबसे ज्यादा हुई हैं।ब्लॉकचेन सिक्युरिटी कंपनी स्लोमिस्ट के अनुसार, चोरी के तरीकों में अनुबंध से जुड़े जोखिम, रग पुल, फ्लैश लोन हमले, घोटाले और प्राइवेट की लीक शीर्ष में रहे हैं।
ब्लॉक चेन से चुराये 30 लाख डॉलर की डिजिटल संपत्ति
एंटी-स्कैम मंच स्कैमस्निफर के विश्लेषक के अनुसार, पिंक ड्रेनर 1,932 पीड़ितों के आंकड़े एकत्र कर मेनेट, आर्बिट्रम, बीएनबी, पॉलीगॉन, अपीमिज्म और अन्य ब्लॉक चेन से लगभग 30 लाख डॉलर की डिजिटल संपत्ति की चोरी की थी। एक व्यक्ति से एनएफटी में 3,27,000 डॉलर की चोरी के बाद स्कैमस्निफर के ऑन-चेन मॉनिटरिंग बॉट्स द्वारा उसे पकड़ा गया था।
इन इकोसिस्टम को बनाया निशाना
इनमें एक्सचेंज हैक की 118, इथेरियम इकोसिस्टम हैक की 217, बीएनबी स्मार्ट चेन इकोसिस्टम हैक की 162, ईओएस इकोसिस्टम हैक की 119 और नॉनफंजीबल टोकन हैक या एनएफटी की 85 घटनाएं शामिल हैं।