ED : कांग्रेस भवन से लौटे ईडी अधिकारी, कांग्रेस प्रभारी महासचिव को भेजा समन, चार प्रमुख बिंदुओं पर मांगी गई जानकारी

कवासी लखमा से पूछताछ के दौरान यह जानकारी सामने आई थी कि शराब घोटाले से प्राप्त धन का उपयोग सुकमा और कोंटा के कांग्रेस कार्यालयों के निर्माण में किया गया। इसी इनपुट के आधार पर ईडी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है।

ED : कांग्रेस भवन से लौटे ईडी अधिकारी, कांग्रेस प्रभारी महासचिव को भेजा समन, चार प्रमुख बिंदुओं पर मांगी गई जानकारी
ED : कांग्रेस भवन से लौटे ईडी अधिकारी, कांग्रेस प्रभारी महासचिव को भेजा समन, चार प्रमुख बिंदुओं पर मांगी गई जानकारी

छत्तीसगढ़, जनजागरुकता। ईडी के अधिकारी कुछ समय पहले कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे। ताज़ा जानकारी के अनुसार, अब ईडी के अधिकारी वहां से लौट चुके हैं। ईडी ने कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मलकीत सिंह गैदू को समन जारी किया है, जो कांग्रेस भवन में ही सौंपा गया। सूचना के मुताबिक, ईडी की यह जांच सुकमा और कोंटा में बने कांग्रेस भवनों को लेकर हो रही है।

सूत्रों के अनुसार, कवासी लखमा से पूछताछ के दौरान यह जानकारी सामने आई थी कि शराब घोटाले से प्राप्त धन का उपयोग सुकमा और कोंटा के कांग्रेस कार्यालयों के निर्माण में किया गया। इसी इनपुट के आधार पर ईडी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है।

ईडी अधिकारियों ने कांग्रेस प्रभारी महासचिव मलकीत सिंह गैदू से चार अहम बिंदुओं पर जानकारी मांगी है, जिनमें शामिल हैं:

1. सुकमा और कोंटा के कांग्रेस भवनों का निर्माण कब शुरू हुआ और कब पूरा हुआ?

2. निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार या ठेकेदारों की पूरी जानकारी।

3. जमीन की खरीददारी और निर्माण में हुआ कुल खर्च।

4. निर्माण कार्य के लिए धन का स्रोत क्या रहा?

कांग्रेस ने जताई आपत्ति

कांग्रेस भवन में ईडी की कार्रवाई को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रतिक्रिया दी कि यह सरकार की विरोधियों को डराने-धमकाने की रणनीति है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से लगातार छापेमारी हो रही है और सरकार केवल लोगों को फंसाने का काम कर रही है।

भाजपा का पलटवार

गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि ईडी वहीं जाती है जहां भ्रष्टाचार का पैसा लगा हो। उन्होंने कहा, "कोई संस्था या व्यक्ति कितना भी बड़ा क्यों न हो, कानून सबसे ऊपर है।"

नेता प्रतिपक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, "यह कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ है जो घोटाले में शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले की सच्चाई हर बच्चा जानता है। अगर कोई निर्दोष है, तो उसे डरने की जरूरत नहीं। दोषियों को कानून के मुताबिक सजा मिलेगी।"

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भी इस कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि ईडी को सटीक जानकारी मिलने पर ही छापेमारी की गई है। उन्होंने कहा, "पूर्व सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से छत्तीसगढ़ की जनता को लूटा है। अब कानून अपना काम कर रहा है और सच्चाई जल्द सामने आ जाएगी।"janjaagrukta.com