छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत का प्रतीक, ऐतिहासिक शिव मंदिर में श्रम मंत्री Dewangan ने किया शुभारंभ
मंत्री देवांगन ने कहा कि पाली का ऐतिहासिक शिव मंदिर छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत का एक अमूल्य हिस्सा है। हर साल जिला प्रशासन द्वारा पाली महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिससे इस क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान और मजबूत होती है।

छत्तीसगढ़, जनजागरुकता। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर ग्राम केराझरिया में दो दिवसीय पाली महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। उद्योग, वाणिज्य एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, कोरबा सांसद ज्योत्स्ना चरणदास महंत और अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर महोत्सव की शुरुआत की। इस मौके पर मंत्री देवांगन ने क्षेत्रवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और देश-दुनिया की समृद्धि की कामना की।
मंत्री देवांगन ने कहा कि पाली का ऐतिहासिक शिव मंदिर छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत का एक अमूल्य हिस्सा है। हर साल जिला प्रशासन द्वारा पाली महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिससे इस क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान और मजबूत होती है।
पाली महोत्सव: कला, संस्कृति और परंपरा का संगम
मुख्य अतिथि लखनलाल देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी जिलेवासियों को पाली महोत्सव की बधाई दी है। यह आयोजन स्थानीय गौरव और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ा है, जिसे संरक्षित और विकसित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महोत्सव में राष्ट्रीय और स्थानीय कलाकारों को मंच दिया जाता है, जिससे छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
सांसद ज्योत्स्ना महंत ने कहा कि महाशिवरात्रि का पर्व आस्था और संस्कृति का प्रतीक है। भगवान महादेव के आशीर्वाद से सभी के जीवन में सुख-समृद्धि आए, यही प्रार्थना है। उन्होंने आपसी भाईचारे और सौहार्द्र बनाए रखने का संदेश देते हुए कहा कि "हम सब मिलकर क्षेत्र के विकास में सहयोग दें, जिससे प्रदेश और देश लगातार उन्नति करे।"
पाली तानाखार विधायक तुलेश्वर मरकाम ने कहा कि "शिव की नगरी पाली में इस पावन अवसर पर यह भव्य महोत्सव आयोजित किया गया है। यह केवल सरकार का नहीं, बल्कि आप सभी का कार्यक्रम है। इसे सफल बनाने में सभी की भागीदारी जरूरी है।"
कलेक्टर अजीत वसंत ने स्वागत भाषण में बताया कि महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर हर साल की तरह इस बार भी पाली महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया है, जिससे क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिले।
पहले दिन कलाकारों ने मोहा मन
पाली महोत्सव के पहले दिन प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गायक सुनील सोनी और भजन गायिका मैथिली ठाकुर सहित अन्य कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियां दीं।
सुनील सोनी ने "छईयां भुइंया", "झन भूलो मां बाप ला", "मीठ मीठ लागे मया के बानी", "छूनुर छूनुर पैरी बाजे" जैसे लोकगीतों से समा बांध दिया।
स्थानीय कलाकार अनीस और उनकी टीम ने भी शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
नागेश राठौर और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय पाली की छात्राओं ने शिव स्तुति और गणेश वंदना प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शास्त्रीय गायिका मैथिली ठाकुर ने "कभी राम बनके, कभी श्याम बनके", "अरपा पैरी की धार" और भक्ति गीतों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
कार्यक्रम में दर्शकों ने कलाकारों की प्रस्तुतियों का भरपूर आनंद लिया और पूरे माहौल में भक्ति और सांस्कृतिक उत्साह का रंग छा गया। पाली महोत्सव न केवल सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का माध्यम बना, बल्कि कला, परंपरा और भक्ति का एक अनोखा संगम भी प्रस्तुत किया।janjaagrukta.com