2000 करोड़ का शराब घोटाला.. सीएम बघेल ने कहा सब फर्जी और मनगढ़ंत, ईडी की मंशा पर भी सवाल

ईडी ने प्रेस बयान जारी कर छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ के शराब घोटाले का आरोप लगाया है। इस पर सीएम भूपेश बघेल ने सवाल उठाया है।

2000 करोड़ का शराब घोटाला.. सीएम बघेल ने कहा सब फर्जी और मनगढ़ंत, ईडी की मंशा पर भी सवाल

रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ में चल रहे शराब सिंडिकेट का प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावे के साथ बड़ा खुलासा किया है। मामले पर रायपुर की विशेष कोर्ट में दिए आवेदन में ईडी के दावे के अनुसार अवैध कमाई का इस्तेमाल चुनाव में किया गया। इसमें 2 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। डुप्लीकेट होलोग्राम का इस्तेमाल किया गया है। इसे लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया है।

सीएम बघेल ने कहा कि ईडी ने 2000 करोड़ के शराब घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह सब फर्जी और मनगढ़ंत है। वहीं उन्होंने ईडी की मंशा पर भी सवाल उठाया है। वहीं ईडी के आरोपों पर सीएम बघेल ने भाजपा को भी घेरा। सीएम ने ईडी को भाजपा का एजेंट बताया। 

सीएम बघेल ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, बीजेपी सेंट्रल एजेंसियों के जरिए साजिश कर रही है। सीएम ने कहा कि उन्होंने तो पहले ही बताया कि चुनाव तक ईडी यहीं स्थायी रूप से रहने वाली है। बघेल ने आगे कहा जहां तक शराब की बात है शराब कार्पोरेशन के माध्यम से, जो विक्रय का निर्णय है, वो रमन सिंह के कार्यकाल में लिया गया। 2017-18 में आबकारी मद से लगभग 3900 करोड़ की प्राप्ति हुई है।

सीएम ने ऐसे दिया तर्क

सीएम बघेल ने बताया कि हमारे शासनकाल में ये आंकड़े बढ़े हैं और वो आंकड़ा बढ़कर 6000 करोड़ हुआ है। तो जो बताया जा रहा कि घोटाले की वजह से राजस्व में कमी आयी है, वो ईडी के आरोप पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं। जब राजस्व में डेढ़ गुना की वृद्धि होती है, तो आपका आरोप ऐसे भी मिथ्या हो जाता है।

तीन साल बाद भी ईडी ने क्या कार्रवाई की नहीं बताया

सीएजी की ओर से हर साल ऑडिट में आबकारी विभाग को क्लिन चिट दी गई है। फरवरी 2020 में आपको याद होगा इनकम टैक्स विभाग ने आबकारी विभाग से संबंधित लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस दौरान मीडिया में खूब हल्ला हुआ था, कि किसी के घर पर नोट गिनने की मशीन लायी गयी है, तो किसी के यहां हजारों करोड़ मिले, लेकिन इनकम टैक्स विभाग की तरफ से कुछ भी नहीं बताया गया। तीन साल गुजर जाने के बाद भी ईडी ने क्या कार्रवाई की है। क्या किसी की चल अचल-संपत्ति जप्त की गयी है।

ईडी का एकमात्र काम भाजपा को फायदा दिलाना

सीएम भूपेश बघेल ने सवाल किया कि आईटी और ईडी यहां लगी है, चल-अचल संपत्ति कहां जाएगी। क्यों जप्त नहीं की गयी। आज बता रहे हैं कि 2000 करोड़ का शराब घोटाला हो गया। भाजपा के एजेंट के रूप में सेंट्रल एजेंसियां काम कर रही है। ईडी का एकमात्र काम भाजपा को चुनाव में फायदा दिलाना है। बघेल ने कहा आप सब जानते हैं कि भाजपा छत्तीसगढ़ में बेहद कमजोर है। उनके पास मुद्दे नहीं हैं। ईडी के अधिकारी भी आपस में बात करते हैं कि हमारे भरोसे बीजेपी चुनाव लड़ना चाहती है। 

केवल परेशान करना है

बघेल ने कहा आनन-फानन में उन्होंने 2000 करोड़ का आरोप लगा दिया। ईडी भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रही है, मदद करना ईडी का काम है। तीन साल से ये अधिकारी है, किसी को कोई काम धाम नहीं है, उसी को बुलाना, उसी को पूछना, उसी को फंसाना का काम है। और घंटों बैठाए रखना। 2 सवाल रहेंगे और सुबह 10 बजे से बुलाकर रात 12 बजे छोड़ेंगे। पूछते हैं दो सवाल, 5 मिनट का काम है, लेकिन परेशान करना है।

एजाज के बड़े भाई अनवर गिरफ्त में हैं

आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में रायपुर के महापौर एवं कांग्रेस नेता एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार करने के बाद एजाज ढेबर के भाई को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के समक्ष पेश किया गया था। कोर्ट ने ढेबर को चार दिन की रिमांड पर भेज दिया है।

ईडी ने प्रेस बयान जारी किया है

इस दौरान ईडी ने प्रेस बयान जारी कर छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ के शराब घोटाले का आरोप लगाया है। ईडी ने कहा कि जांच में पता लगा है कि 2019 से 2022 के बीच राज्य में बिकी कुल शराब में से 30 से 40 फीसदी शराब अवैध थी। सरकारी शराब दुकानों में लिस्टेड ब्रांडेड शराब के साथ 30 से 40 प्रतिशत देसी शराब बेची गई। जिसका राजस्व सरकार को नहीं मिला। सीएम ने इसी मामले पर विस्तार से चर्चा की है।

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