किसी प्रेरणा से कम नहीं.. डूबते सितारों के करियर को ओटीटी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने उबारा

कलाकारों ने हार नहीं मानी और आखिरकार कर दिखाया। देर से खिलने वालों की कहानियां प्रेरणा से कम नहीं हैं।

किसी प्रेरणा से कम नहीं.. डूबते सितारों के करियर को ओटीटी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने उबारा

जनजागरुकता, इंटरटेनमेंट डेस्क। ओटीटी स्ट्रीमिंग एक ऐसा प्लेटफॉर्म जो बेहतर कलाकारों के अनदेखे टैलेंट को लोगों के सामने लाया। और मनोरंजन की दुनिया में जान डाल दिया। ओटीटी स्ट्रीमिंग के आने के बाद उन्हें पहचान मिली है जो गुम से हो गए थे। देखें तो हिंदी फिल्म जगत में देर से सही लेकिन इन कलाकारों को अब सही हक मिला है।

इस लेख में ऐसे ही सेलेब्रिटीज के बारे में जानकारी दी गई है। जिन्हें ओटीटी स्ट्रीमिंग के आने के बाद पहचान मिली। ओटीटी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ही ऐसे कलाकारों के अनदेखे टैलेंट के बारे में लोगों ने जाना। 

बता दें कि फिल्म इंडस्ट्री में जिन कलाकारों ने सफल होने के लिए जी-जान लगाकर मेहनत की। काबिल कलाकार हैं, जिन्होंने अपने एक्टिंग करियर में काफी मेहनत की, पर दुखद स्थिति तब बनी जब उन्हें बॉलीवुड में वो पहचान नहीं मिली जिसके वे हकदार थे। उनके लिए ऐसा भी समय आया जब काम के लिए वे तरस रहे थे, तब फेमस स्टार्स के रूप में OTT ने इनकी किस्मत चमकाई।

इन कलाकारों में मनोज बाजपेयी, करिश्मा तन्ना जैसे अभिनेता शामिल हैं। वहीं हंसल मेहता और प्रदीप सरकार जैसे डायरेक्टर भी हैं जिन्होंने करियर में मुश्किलों का सामना करने के बावजूद कभी हार नहीं मानी और लगातार प्रयासरत रहे। तब कहीं अवसर मिला और मनोज बाजपेयी ने राज और डीके की सीरीज 'द फैमिली मैन' के साथ ओटीटी पर कब्जा कर लिया। फिल्मों और टेलीविजन में सालों काम करने के बाद आखिरकार उन्हें सही पहचान मिली है।

जब आप मनोज बाजपेयी को 'एक बंदा काफी है' में शानदार प्रदर्शन करते देखते हैं, या करिश्मा तन्ना को स्कूप में, तब एहसास होता है कि यह एक सीरीज, एक फिल्म या एक मौके की बात है।

संघर्ष की इंतहां पास की

बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसे और भी अभिनेताओं के बारे में कई कहानियां हैं, जिन्होंने शोहरत और पहचान के अपने सफर में संघर्ष की इंतहां पास की है। इनमें से हर एक कलाकार की एक कहानी है, जिसमें उन्होंने करियर की शुरुआत बेहद निचले स्तर से की। पर दुखद पहलु ये भी रहा कि संघर्ष करते कईयों ने अपने करियर का अंत कर दिया।

बस सही प्रोजेक्ट का सवाल

मामले पर व्यापार विश्लेषक तरण आदर्श के अनुसार अदाह शर्मा को देखिए जिन्होंने 'द केरला स्टोरी' की और आज कहां हैं। मुझे लगता है कि यह सही प्रोजेक्ट का सवाल है। अगर आपके पास सही प्रोजेक्ट है तो आपको कोई नहीं रोक सकता।

कहानियां प्रेरणा से कम नहीं

दूसरा उदाहरण देखें तो सैफ अली खान को लंबे समय बाद सफलता मिली। 'सेक्रेड गेम्स' और 'तांडव' के साथ ओटीटी ने उन्हें एक नया मोड़ दिया। जैसा कि उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में कहा था, एक्टिंग ऐसी है जो समय के साथ एक समझ और परिपक्वता के रूप में आगे बढ़ती है। संजय मिश्रा, गजराज राव, नीना गुप्ता, कुमुद मिश्रा, विजय राज, पंकज त्रिपाठी, जयदीप अहलावत जैसे सितारों की दृढ़ता, हंसल मेहता, प्रदीप सरकार जैसे फिल्म निर्माताओं ने आखिरकार कर दिखाया और इन देर से खिलने वालों की कहानियां प्रेरणा से कम नहीं हैं।

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