महज 10 मिनट में अस्पताल पहुंचेगा मरीज, G-20 समिट की शानदार तैयारी
सम्मेलन स्थल से श्रेष्ठ चिकित्सालय एम्स, सफदरजंग, डॉ. राममनोहर लोहिया, आर्मी अस्पताल, लेडी हार्डिंग, लोकनायक सहित अन्य अस्पतालों तक स्पेशल ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाएंगे।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। जी-20 सम्मेलन के लिए भारत की तैयारी सबको चौंकाएगा। सम्मेलन के दौरान आगंतुकों को मिलने वाली सुविधाएं हाई स्तर की की जा रही है। खासकर आपात स्थिति के लिए हर स्तर पर, प्रत्येक एंगल को ध्यान दिया जा रहा है। इसमें से एक चिकित्सा भी है।
जी हां.. फॉरेन से आगंतुकों, या महत्वपूर्व लोगों के किसी कारण से स्वास्थ्य में गड़बड़ी की स्थिति बनती है तो हमारी तैयारी ऐसी होगी कि महज 10 मिनट में मरीज को अस्पताल पहुंचा दिया जाएगा।
बता दें कि (G20 Summit 2023) सम्मेलन स्थल से श्रेष्ठ चिकित्सालय एम्स, सफदरजंग, डॉ. राममनोहर लोहिया, आर्मी अस्पताल, लेडी हार्डिंग, लोकनायक सहित अन्य अस्पतालों तक स्पेशल ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाएंगे। इनकी मदद से पीड़ित को अधिकतम 10 मिनट में अस्पताल पहुंचा जा सकता है।
तैनात कर्मी होंगे प्राथमिक उपचार में एक्सपर्ट
जी-20 सम्मेलन में शामिल मेहमानों को एडवांस मेडिकल सुविधा मिलेगी। इस दौरान मरीज को रास्ते में ही उपयुक्त उपचार देने का प्रयास जारी रहेगा। मेडिकल वैन में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एडवांस एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें तैनात स्वास्थ्यकर्मी प्राथमिक उपचार में एक्सपर्ट होंगे।
इन अस्पतालों का सीधा कॉरीडोर
सम्मेलन के आयोजन स्थल से एम्स, सफदरजंग, डॉ. राममनोहर लोहिया, आर्मी अस्पताल, लेडी हार्डिंग, लोकनायक सहित अन्य अस्पतालों तक स्पेशल ग्रीन कॉरिडोर बनेंगे। इनकी मदद से पीड़ित को अधिकतम 10 मिनट में अस्पताल पहुंचा दिया जाएगा।
चिकित्सकों को प्रशिक्षण
डॉक्टरों को भी आपातकालीन सेवाएं देने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए सभी नोडल अस्पतालों में डॉक्टरों का प्रशिक्षण चल रहा है। बताया गया कि एंबुलेंस को पोर्टेबल जांच मशीनों से लैस किया जा रहा है। इसके अलावा वेंटिलेटर व अन्य सुविधाएं भी इसमें होंगी, ताकि मरीजों को कुछ ही सेकंड में उपचार मिल सके।
हाईटेक होगी आपातकालीन सेवाएं
इसमें आधुनिक जांच मशीनों का इस्तेमाल होगा। आईसीयू बेड भी अपग्रेड किए जा रहे हैं। इसमें स्वास्थ्यकर्मियों के साथ कृत्रिम बुद्धिमता व एडवांस तकनीक का भी इस्तेमाल होगा। लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार का कहना है कि कैजुअल्टी को बेहतर बनाया गया है। जी-20 सम्मेलन के लिए डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें कम से कम समय में कैसे मरीज को बेहतर उपचार दिया जाए इसकी बारीकियां बताई जा रही है।
नई टेक्नालॉजी से लैस होगी एंबुलेंस
इनमें जरूरी दवाइयां व उपकरण होंगे। दिल्ली सरकार की कैट्स के साथ मिलकर एंबुलेंस की सुविधा दे रही मेडुलेंस हेल्थकेयर के सह संस्थापक रवजोत सिंह अरोड़ा ने बताया कि सम्मेलन में तैनात की जाने वाली सभी एंबुलेंस सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली उन्नत कार्डियक लाइफ सपोर्ट वाली हैं जो सभी प्रकार की आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं।
सम्मेलन तक नहीं दी जाएगी स्वास्थ्य कर्मियों को छुट्टियां
सम्मेलन की तैयारी व चिकित्सा प्रशिक्षण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां नहीं देने का आदेश दिया गया है। इसे लेकर डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के निदेशक व चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शुक्ला ने एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि 7 से 10 सितंबर तक सभी छुट्टियां निरस्त की जाती हैं। जी-20 सम्मलेन को देखते इस पर अमल करना है।
योजना पर अमल के लिए उपराज्यपाल के निर्देश
वहीं, सूत्रों का कहना है कि एम्स, सफदरजंग, आर्मी अस्पताल, लेडी हार्डिंग, लोक नायक सहित अन्य अस्पताल में भी छुट्टियां रद्द रह सकती हैं। इधर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने निर्देश दिए हैं कि आपातकालीन चिकित्सा देखभाल की सुविधा के लिए अस्पतालों और उसके आसपास विस्तृत आकस्मिक योजना बनाएं।