बच्चों को रोगों से बचाने 3 माह तक विशेष टीकाकरण सत्र

जनवरी की 2, 4, 5 और 9 को, फरवरी में 1, 2, 6, और 8 तथा मार्च के 1, 2, 6 और 13 तारीख को अभियान चलाया जाएगा।

बच्चों को रोगों से बचाने 3 माह तक विशेष टीकाकरण सत्र

बलौदाबाजार, जनजागरुकता। प्रदेश में बच्चों को मीजल्स रूबेला सहित अन्य रोगों से बचाने के लिए नए वर्ष में विशेष टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जाएगा। जनवरी की 2, 4, 5 और 9 को, फरवरी में 1, 2, 6, और 8 तथा मार्च के 1, 2, 6 और 13 तारीख को अभियान चलाया जाएगा।

इसमें मीजल्स रूबेला एवं 10 साल से 16 साल तक लगने वाले टीडी सहित सभी आवश्यक टीके बच्चों को लगाया जाएगा। यह विशेष टीकाकरण सत्र रूटीन सत्रों के अतिरिक्त आयोजित होगी। 

कलेक्टर रजत बंसल ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महिला बाल विकास एवं पंचायत विभाग को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बना कर कार्य करने के लिए निर्देशित किया है। जानकारी में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमपी महिश्वर ने बताया की 2023 तक मीजल्स-रूबेला का उन्मूलन किया जाना है जिसके लिए इसका सौ प्रतिशत कवरेज आवश्यक है। 

जानकारी दी कि इसके लिए ग्रामों तथा शहर में मितानिनों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा हेड कॉउंट सर्वे के माध्यम से लक्षित लाभार्थियों की पहचान कर ली गई है तथा ड्यु लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। इसमें लक्षितों को प्रथम और द्वितीय डोज दी जाएगी। इस दौरान जो रूटीन टीकाकारण व्यवस्था है वह पूर्ववत ज़ारी रहेगी। 

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ केके टेम्भूरने ने बताया की मीजल्स जिसे खसरा भी कहा जाता है रूबेला वायरस के कारण होता है जिसका बच्चों में खतरा ज्यादा होता है। इस रोग में तेज बुख़ार, लाल चकत्ते, बहती नाक, खांसी, लाल और पानी वाली आंखें जैसे लक्षण होते हैं। इसके लिए पहला टीका 9-12 माह के बच्चों एवं दूसरा टीका 16-24 माह के बच्चों को लगता है। 

यह विशेष टीकाकरण कार्यक्रम जो नए वर्ष से शुरु हो रहा है उसमें पोलियो के लिए जो एफआईपीवी अभी तक 6 और 14 हफ्ते की आयु में बच्चे को दिया जा रहा है वह अब एक और डोज बढ़ा कर 9वें महीने में भी दिया जाएगा इससे पोलियो के लिए और बेहतर प्रतिरक्षा शरीर में आएगी। इसके अतिरिक्त अन्य जैसे बीसीजी, हेपेटाइटिस बी, रोटा वायरस, पेंटावेलेंट, डीपीटी, जेई, बूस्टर, पीसीवी तथा गर्भवती महिलाओं को लगाए जाने वाले टीके पूर्ववत ही लगाए जाते रहेंगे।

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