पार्टी के लोगों से नाराजगी, बीजेपी के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार ने पार्टी छोड़ी
प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को पत्र सौंपा है। साथ ही साय ने पार्टी के नेताओं पर छवि धूमिल करने का आरोप भी लगाया है।
रायपुर, जनजागरुकता। कुछ महीने बाद छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव है। इसकी सरगर्मी राजनीतिक पार्टियों में देखने को मिल रही है। नेताओं में उठा-पटक शुरू हो गया है। इस दौरान कुछ घटनाएं चलती है नाराजगी, इस्तीफा, रूठना-मनना। इसी के तहत एक घटना सामने आई है। इससे बीजेपी को झटका लगा है।
चुनाव से पहले भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता डॉ. नंद कुमार साय ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को पत्र सौंपा है। साथ ही साय ने पार्टी के नेताओं पर छवि धूमिल करने का आरोप भी लगाया है।
आदिवासी नेता साय ने पत्र में लिखा है कि, भारतीय जनता पार्टी के गठन और अस्तित्व में आने के प्रारंभ से लेकर आज तक पार्टी द्वारा अनेक महत्वपूर्ण पदों और उत्तरादायित्व की जितनी भी जिम्मेदारी मुझे दी गई, उसे पूरे समर्पण एवं कर्तव्य परायणता के साथ निर्वहन किया, जिसके लिए मैं पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं।
छवि धूमिल करने का लगाया आरोप
वहीं साय ने पत्र में आगे कहा है कि कुछ वर्षों से भारतीय जनता पार्टी में मेरी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से मेरे विरूद्ध अपनी ही पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा षड़यंत्रपूर्वक मिथ्या आरोप लगाया जा रहा है। अन्य गतिविधियों द्वारा लगातार मेरी गरिमा को ठेस पहुंचाया जा रहा है, जिससे मैं अत्यंत आहत महसूस कर रहा हूं। उन्होंने लिखा कि बहुत गहराई से विचार करने के बाद मैं भारतीय जनता पार्टी की अपनी प्राथमिक सदस्यता एवं अपने सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। मेरा इस्तीफा स्वीकार करने की कृपा करें।