साथियों का हौसला बनाए रखना था.. इसलिए अहसनीय दर्द छुपाया.. घुटनों के बल दौड़ीं

जापानी महिला एथलीट री आइडा ने पैर टूटने के बाद भी रिले प्रतियोगिता की दौड़ पूरी करने के लिए अपने अदम्य साहस का परिचय दिया।

साथियों का हौसला बनाए रखना था.. इसलिए अहसनीय दर्द छुपाया.. घुटनों के बल दौड़ीं

जापान, जनजागरुकता डेस्क। कभी-कभी ऐसी घटनाएं और जज्बा देखने को मिलता है कि जिसकी कभी कल्पना नहीं की जाती। पर गाहे-बगाहे दृश्य सामने आ जाते हैं। ऐसे ही एक मामले ने दिल को छू गया..

जापानी महिला एथलीट री आइडा ने पैर टूटने के बाद भी रिले प्रतियोगिता की दौड़ पूरी करने के लिए अपने अदम्य साहस का परिचय दिया। जिसकी कोई सानी नहीं है। इस दौड़ को जिसने भी देखा वो भावुक हो गया।

प्रतियोगिता पूरी करने के लिए जब वह 300 मीटर दूर थी, तभी उनका पैर टूट गया और जमीन पर गिर गई। वह दोबारा खड़ी नहीं हो पाई। पैर के दर्द से महिला एथलीट निराश हो गई। लेकिन अपने साथियों को हारने न देने का जज्बा लिए अपनी असहनीय दर्द को अपने भीतर छिपाते हुए घुटनों के बल दौड़ने लगी। 

मन में सिहरन दौड़ गई 

इस दृश्य को जिसने भी देखा उसके मन में सिहरन दौड़ गई और भावुक हो गए। स्वयं घायल होकर साथियों को जिताने का जज्बा देखकर इनके साथियों की आखों में आंसू आ गए। और उनका इंतजार करने लगे। लेकिन किसी ने भी हस्तक्षेप नहीं किया। वह अपने लक्ष्य पर थी। अंतिम मीटर तक जज भी उसके साथ हो लिए। उसका हौसला बढ़ाया। उसकी टीम के साथ प्रतिबंद्धता, प्यार का बड़ा भाव देख री आईडा के आखिरी पल दुनिया भर में वायरल हो गए।

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