जया/अजा एकादशी आज.. भगवान विष्णु के साथ पाएं माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद
इस व्रत का आधार पौराणिक, वैज्ञानिक और संतुलित जीवन है। इस साल अजा एकादशी के दिन रवि पुष्य योग समेत 3 शुभ योग बन रहे हैं जिन्हें बहुत शुभ माना जा रहा है।

जीवन मंत्र.. मानें चाहे न मानें..
जनजागरुकता, धर्म डेस्क। शास्त्रों में अजा एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। इस व्रत को करने से साधक को भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। इस साल अजा एकादशी के दिन रवि पुष्य योग समेत 3 शुभ योग बन रहे हैं जिन्हें बहुत शुभ माना जा रहा है।
प्राचीन समय से चल रहा यह व्रत
समस्त उपवासों में अजा एकादशी व्रत को रखने वाले व्यक्ति को अपने चित, इंद्रियों, आहार और व्यवहार पर संयम रखना होता है। अजा एकादशी व्रत का उपवास व्यक्ति को अर्थ-काम से ऊपर उठकर मोक्ष और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। यह व्रत प्राचीन समय से यथावत चला आ रहा है। इस व्रत का आधार पौराणिक, वैज्ञानिक और संतुलित जीवन है।
ये है महत्व
इस उपवास के विषय में यह मान्यता है कि इस उपवास के फलस्वरुप मिलने वाले फल अश्वमेघ यज्ञ, कठिन तपस्या, तीर्थों में स्नान- दान आदि से मिलने वाले फलों से भी अधिक होते हैं। यह उपवास, मन निर्मल करता है, ह्रदय शुद्ध करता है तथा सदमार्ग की ओर प्रेरित करता है। ।। लक्ष्मी नारायण भगवान की जय हो ।।