अध्यादेश पर केंद्र के खिलाफ समर्थन जुटाने केजरीवाल पहुंचे अखिलेश के दरबार में
माना जा रहा है कि इस मामले पर कामयाब होते दिख रहे सीएम केजरीवाल, पर बिना कांग्रेस के संभव नहीं है।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ हफ्तों से देशव्यापी अभियान चला रखा हैं। इसी कड़ी में सीएम केजरीवाल समाजवादी के नेता अखिलेश यादव से मिलकर चर्चा की। अखिलेश यादव ने समर्थन देने का भरोसा दिया है। यदि आम आदमी पार्टी को विपक्षी दलों का साथ मिल गया है। केंद्र सरकार इस अध्यादेश को राज्यसभा में आसानी से नहीं पास करवा पाएगी।
राज्यसभा में मोदी सरकार का बहुमत नहीं
केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ अरविंद केजरीवाल की रणनीति अब सफल होती नजर आ रही। अभी तक कई दलों ने समर्थन का भरोसा दिलाया है लेकिन बिना कांग्रेस के वे कतई सफल नहीं होंगे। क्या कांग्रेस उन्हे समर्थन देगी। यह आने वाला समय बताएगा। लोकसभा में मोदी सरकार के पास बहुमत है लेकिन राज्यसभा में बहुमत नहीं है। राज्यसभा में अगर बहुमत नहीं मिला तो केंद्र सरकार के अध्यादेश गिर जाएगी।
आप को 10 प्रमुख विपक्षी दलों का समर्थन
सीएम केजरीवाल कई विपक्षी नेताओं, विपक्षी दलों के प्रमुखों और तमिलनाडु, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की। अब तक उन्हें करीब 10 प्रमुख विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त हुआ है। विपक्षी पार्टी के पास राज्यसभा में टीएमसी 12, डीएमके 10, बीआरएस 7, आरजेडी 6, जेडीयू 5, सीपीआई (एम) 5, एनसीपी 4, शिवसेना (उद्धव गुट) 3, समाजवादी पार्टी 3+1, जेएमएम 2 सदस्य हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के खुद राज्यसभा में 10 सदस्य हैं। अगर उनको आरएलडी और सीपीआई का समर्थन मिल गया, तो वो 71 सदस्यों का समर्थन जुटा सकते हैं।
आप को कांग्रेस की जरूरत पड़ेगी
हालांकि इस बिल को राज्यसभा में रोकने के लिए आप को कांग्रेस की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए मई में केजरीवाल ने कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की कोशिश की थी,लेकिन दोनों से समय नहीं मिल पाया।मौजूदा वक्त में कांग्रेस के राज्यसभा में 31 सांसद हैं।