मुद्रा भंडार में गिरावट रोकने पड़ोसी देश भारत से करेगा रुपए में व्यापार
2 बैंकों ने इस ओर बड़ा ऐलान किया है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल सुविधाजनक और तुलनात्मक रूप से बेहतर होगा।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। भारत का पड़ोसी देश डॉलर पर निर्भरता को कम करने के लिए नई योजना बनाई है। इसके तहत भारतीय रुपये के इस्तेमाल की ओर ध्यानाकर्षित किया है। इसी के तहत योजना पर अमल करने की तैयारी की जा रही है।
माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल सुविधाजनक और तुलनात्मक रूप से सस्ता लेन-देन की सुविधा उपलब्ध कराता है।
वह पड़ोसी है बांग्लादेश.. जी हां यहां के 2 बैंक भारत के साथ व्यापार भारतीय रुपये में ही करने की पहल कर रहे हैं। वहां के ईस्टर्न बैंक और सोनाली बैंक ने इसकी योजना तैयार कर ऐसा करने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि ईस्टर्न बैंक इस पर सप्ताह भर के अंदर घोषणा कर सकता है। बांग्लादेश के सरकारी बैंक सोनाली बैंक ने भी इसी तरह का कदम उठाया है।
बता दें कि यह कदम उस दौरान उठाया गया है जब बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार (forex reserves) में आश्चर्यजनक गिरावट देखने को मिल रही है। इस वजह ये बैंक डॉलर पर निर्भरता को कम करने का प्रयास कर रहे हैं।
पहल के लिए बैंकों की घोषणाएं
इस मामले पर ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार ईस्टर्न बैंक जुलाई में ही घोषणा कर देगा। जानकारी अनुसार यह बैंक एसबीआई और आईसीआईसीआई के साथ पहले ही रुपया खाता खोला जा चुका है। वहीं बांग्लादेश के सरकारी बैंक सोनाली बैंक ने भी इस ओर पहल की है।
स्थानीय करेंसी को बढ़ावा
गौरतलब है कि दुनियाभर में डॉलर की बजाय स्थानीय करेंसी को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि वित्तीय संकट के समय विदेशी मुद्रा भंडार बचाने में मदद मिल सके। ईस्टर्न बैंक के एमडी ने रुपये में ट्रेड के फायदों के बारे में कुछ अन्य बातें भी कही हैं।
इसकी शुरुआत धीरे-धीरे होगी
व्यापार के लिए नई पहल के तहत भारतीय रुपये का इस्तेमाल सुविधाजनक और तुलनात्मक रूप से सस्ता लेन-देन मार्ग है। यह बात ईस्टर्न बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर अली रजा इफ्तिखार ने गुरुवार को बताई। उन्होंने कहा कि इससे क्सचेंज कॉस्ट और व्यापार करने की लागत में गिरावट आएगी। उन्होंने कहा हम धीरे-धीरे इसकी शुरुआत करेंगे। उनका मानना है कि एक्सचेंज रेट के कारण कारोबारियों को लेन-देन में नुकसान कम होगा।
डॉलर को बचाना ही उद्देश्य
बता दें कि रिकॉर्ड के मुताबिक भारत का पड़ोसी बांग्लादेश के बीच व्यापारिक संबंध बड़ा है। 2021-22 में बांग्लादेश ने चीन के बाद भारत से सबसे अधिक 14 अरब डॉलर का सामान आयात किया था। इस बीच भारत में बांग्लादेश से केवल 2 अरब डॉलर का ही सामान आयात किया गया। बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक ने सितंबर से टका और रुपया कार्ड लॉन्च करने की योजना बनाई है। इसका मकसद फॉरेक्स रिजर्व में कम होते डॉलर को बचाना है।