Ram Mandir में पुजारियों के लिए नए नियम और ड्रेस कोड लागू..
इस गाइडलाइन के अनुसार, पुजारी और अर्चक की ड्यूटी दो पालियों में होगी। गर्भगृह में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। पूजा के दौरान पुजारी अपने मोबाइल फोन मंदिर समिति के पास जमा करेंगे।
जनजागरुकता डेस्क। अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर (Ram temple) ट्रस्ट ने हाल ही में 10 नए अर्चकों की नियुक्ति की है और उनकी भूमिका व कार्यप्रणाली को लेकर सख्त नियम बनाए हैं। गर्भगृह में पूजा-अर्चना करने वाले पुजारियों और अर्चकों के लिए ट्रस्ट ने एक विस्तृत गाइडलाइन तैयार की है। इस गाइडलाइन के अनुसार, पुजारी और अर्चक की ड्यूटी दो पालियों में होगी। गर्भगृह में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। पूजा के दौरान पुजारी अपने मोबाइल फोन मंदिर समिति के पास जमा करेंगे।
ट्रस्ट के अनुसार, पुजारियों को सात-सात के समूह में बांटकर अलग-अलग पालियों में ड्यूटी दी गई है। गर्भगृह में ड्यूटी करने वाला पुजारी अपनी पाली के दौरान बाहर नहीं जा सकेगा, और जो पुजारी बाहर ड्यूटी पर रहेगा, उसे गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा, जल्द ही पुजारियों और अर्चकों के लिए ड्रेस कोड भी लागू किया जाएगा, जिसके तहत वे निर्धारित पोशाक में ही मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे।
मंदिर में प्रभु राम के मुख्य मंदिर के अलावा 18 अन्य मंदिरों का निर्माण कार्य भी जारी है, जिसके लिए भविष्य में और पुजारियों की आवश्यकता होगी। नए अर्चकों को छह महीने का प्रशिक्षण दिया गया था, जिसके बाद उनकी नियुक्ति की गई है।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि 10 नए अर्चकों की नियुक्ति के साथ दो पालियों में 14 पुजारी प्रभु राम की सेवा में लगे रहेंगे। सुबह और शाम के समय सात-सात पुजारी पूजा-अर्चना करेंगे। नए अर्चकों को सहायक पुजारी प्रशिक्षित करेंगे, जिसमें भगवान को स्नान कराने, तिलक लगाने और आरती करने की विधियां सिखाई जाएंगी।
ट्रस्ट जल्द ही यह भी तय करेगा कि पुजारी और अर्चक किस रंग की पोशाक पहनेंगे। सभी नए नियमों के साथ, राम मंदिर में पूजा-अर्चना की प्रक्रिया को और व्यवस्थित करने की योजना बनाई गई है।