POLITICS : असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हमले के खिलाफ रायपुर के गांधी मैदान में मौन प्रदर्शन
असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिस्वा सरमा के इशारे पर रायपुर के गांधी मैदान में बीजेपी के खिलाफ मौन प्रदर्शन किया।

रायपुर, जनजागरुकता। सोमवार को रायपुर शहर और ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर, असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिस्वा सरमा के इशारे पर रायपुर के गांधी मैदान में बीजेपी के खिलाफ मौन प्रदर्शन किया। हमले में चल रही यात्राओं पर तोड़फोड़, बैनर और पोस्टरों को फाड़ने, वाहनों के स्टिकर को फाड़ने, नेताओं की गाड़ी में पानी फेंकने की घटनाएं घटित हुईं। इसके अलावा, आज सुबह राहुल गांधी को श्री शंकर देव सत्रा मंदिर में दर्शन के लिए जाने से रोका गया, जो बाद में मंदिर पहुँचने पर अनुमति को निरस्त करने की सूचना दी गई।
उल्लिखित हरकतों से स्पष्ट हो रहा है कि हिमंत बिस्वा सरमा के संकेत पर लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इससे लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला हो रहा है, जिसका कांग्रेस कड़ा विरोध कर रही है और भविष्य में भी वे लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस मौन धरने में प्रमुख भूतपूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू, छाया वर्मा, गिरीश दुबे, उधो राम वर्मा, प्रमोद दुबे, श्री कुमार मेनन, शिव सिंह ठाकुर, विनोद तिवारी, सारिक राइस, मदन तालेड़ा, अशोक ठाकुर, संजय सोनी, देव कुमार साहू, प्रशांत टेगड़ी, बाकर अब्बास, राजू सोनी, संगीता दुबे, आदि शामिल थे।
असम में न्याय यात्रा पर हमला
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने बड़ी सफलता प्राप्त की है और भाजपा को लोगों के व्यापक जनसमर्थन से डर हो गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज ने बताया कि असम सरकार, जिसका मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा है, भारत जोड़ो न्याय यात्रा के खिलाफ गुंडे तत्वों के साथ हमले कर रही है। यह अफसोस है कि भाजपा, खासकर असम में, देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री को शांतिपूर्ण यात्रा को बाधित करने का प्रयास कर रही है। पिछले दो दिनों में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के काफिलों पर योजनाबद्ध हमले हुए हैं, जिनमें उपद्रवियों ने यात्रा के पोस्टरों को फाड़ा और घातक हमले किए हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ ने राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा को हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप असम पीसीसी के अध्यक्ष सहित कई कांग्रेस नेता घायल हो गए हैं। भाजपा समर्थित इन गुंडों ने न्याय यात्रा पर ताजगी से हमला किया है। यह न केवल एक हमला है, बल्कि असम की भाजपा सरकार की प्रशासनिक असफलताओं और भ्रष्टाचार को छुपाने का एक हताश प्रयास भी है।