सीजी पीईटी टेस्ट के औचित्य पर सवाल, न्यूनतम नंबर की अनिवार्यता भी खत्म

छत्तीसगढ़ में अब जीरो नंबर पाने वाले छात्र भी इंजीनियर बन सकते हैं। नए शिक्षा सत्र 2023-24 से यह प्रवेश नियम लागू होगा।

सीजी पीईटी टेस्ट के औचित्य पर सवाल, न्यूनतम नंबर की अनिवार्यता भी खत्म

रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ सरकार ने इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों के साथ मजाक किया है। राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस बार न्यूनतम नंबर की अनिवार्यता को ही खत्म कर दिया गया है यानी सीजी पीईटी में जीरो नंबर पाने वाले छात्रों को भी इंजीनियरिंग में प्रवेश दिया जाएगा। इस बार वे छात्र भी एडमिशन लेने के पात्र होंगे जिन्हें सीजी पीईटी में 10 प्रतिशत से कम नंबर मिले हैं। नए शिक्षा सत्र 2023-24 से ही यह नियम लागू होगा। 

8 प्रवेश परीक्षाओं के नतीजे भी जारी

वहीं सीजी पीईटी के अलावा व्यापमं की ओर से प्री फार्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी), प्री पॉलीटेक्निक टेस्ट (पीपीटी), प्री-एमसीए, बीएड, डीएलएड समेत 8 प्रवेश परीक्षाओं के नतीजे भी जारी किए गए। यह परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की गई थीं। इन कोर्स में प्रवेश के लिए इसी महीने काउंसिलिंग होने की संभावना है।

प्रवेश परीक्षा में बैठने मात्र से ही एडमिशन के लिए पात्र

इंजीनियरिंग व अन्य तकनीकी कोर्स में  प्रवेश के नए नियम अनुसार इस बार इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में सिर्फ शामिल होने से ही छात्र एडमिशन के लिए पात्र हो गए हैं। हालांकि ओवरऑल रैंक के अनुसार काउंसिलिंग होगी। इस लिहाज से जिन छात्रों के पीईटी में ज्यादा नंबर आए हैं उन्हें अच्छे कॉलेज के साथ ही उनकी मनचाही ब्रांच मिल सकती है। यह नियम शिक्षा सत्र 2023-24 से ही यह लागू होगा।

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