ऐसा खेल- रेत खदानों का ऑफ लाइन टेंडर रात 3 बजे जारी, पर्यावरण एनओसी 1 साल की, पर ठेका 5 साल का
जिन खदानों के लिए टेंडर जारी किया गया है वह अब तक खुले में था जहां से अवैध कारोबार फल-फूल रहा था।

रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ में अब रेत को लेकर बड़ी गड़बड़ी होने वाली है। ठेका कंपनियों के बीच सिर फुटव्वल की स्थिति निर्मित हो सकती है। ऐसी आशंका इसलिए जताई जा रही है क्योंकि रेत घाटों का टेंडर ऑनलाइन से ऑफलाइन कर दिया गया है। ऐसे में टेंडर में अनियमितता की आशंका बढ़ गई है। वहीं ये बात सामने आ रही है कि पर्यावरण एनओसी 1 साल की है, पर ठेका 5 साल का है।
जानकारी अनुसार जिन खदानों के लिए टेंडर जारी किया गया है वह अब तक खुले में था जहां से अवैध कारोबार फल-फूल रहा था। अब रायपुर जिले के 35 करोड़ के 7 रेत खदानों का टेंडर खनिज विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार देर रात ऑफ लाइन जारी कर दिया है।
रेत खदानों के टेंडर की प्रक्रिया सुबह 10 बजे से ही कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रॉस भवन में शुरू हुई। प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों तथा आवेदकों की उपस्थिति में टेंडर खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इनमें आवेदनों की जांच के बाद रात 3 बजे प्रक्रिया जारी रही। इस दौरान बड़ी संख्या में ठेकेदार और उनके समर्थक भी मौजूद रहे।
अनियमितता की आशंका
कलेक्ट्रेट में रात 3 बजे तक खनिज विभाग के अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर टेंडर की प्रक्रिया पूरी करते रहे। इस प्रक्रिया से यह माना जा रहा है कि रेत घाटों की ऑनलाइन से ऑफलाइन टेंडर में अनियमितता की आशंका बढ़ गई है।
रेत के मूल्य में राहत की उम्मीद
शासन ने छत्तीसगढ़ गौण खजिन साधारण रेत नियम 2019 में संशोधन किया है। इसी के तहत टेंडर की प्रक्रिया में रेत खदानों का ठेका इस बार 2 की जगह 5 साल कर दिया गया है। इसके तहत ठेका 5 साल और पर्यावरण विभाग की स्वीकृति 6 माह की जगह 1 साल किया गया है। एनओसी की समय सीमा खत्म होने के बाद इसे दोबारा रिन्यूअल कराना होगा। इधर ये माना जा रहा है कि विभागीय अधिकारियों के अनुसार रेत खदान की टेंडर प्रक्रिया होने के बाद अब रेत के मूल्य में राहत मिलेगी।
इन खदानों को प्रक्रिया में लिया
विभागीय रिकॉर्ड के अऩुसार जिले की 7 रेत खदानों के लिए कुल 2809 आवेदन आए थे। इन आवेदनों की जांच करने के बाद खनिज विभाग के अधिकारियों ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी की। शुक्रवार की रात को जिन रेत खदानों की टेंडर प्रक्रिया की गई है, उसमें जी-कुरूद, एच- मोहमेला (ए), आई-मोहमेला (बी), जे चिखली (ए), के चिखली (बी), एल- चिखली (सी) और एम राटाकाट की रेत खदान शामिल है।
ऑफलाइन की गई व्यवस्था
पिछले साल ये व्यवस्था ऑनलाइन थी। लेकिन अब इसे ऑफलाइन कर दिया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि रेत ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए ये व्यवस्था बदली गई है। इसके लिए ऊपर से आदेश दिया गया है
इन रेत घाटों की नीलामी
रेत घाट आवेदन इन्हें मिला टेंडर
जी-कुरूद 548 कृष्ण कश्यप
एच- मोहमेला (ए) 597 रोहित सिंघानिया
आई-मोहमेला (बी) 602 सरोज नेताम
जे चिखली (ए) 410 आदित्य कुमार वर्मा
के चिखली (बी) 165 रोहित खेडिया
एल- चिखली (सी) 149 राघवेंद्र कुमार खेडिया
एम राटाघाट 339 सुजीत सिंह