...जब सीएम से मिलने नहीं दिया तो मां ने बीमार बच्चे को ही भरी सभा में फेंका
बच्चा सुरक्षित, सीएम शिवराज ने दिए तुरंत इलाज के आदेश।
सागर, जनजागरुकता डेस्क। मां अपने बच्चे के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, यह कहते सुना है, देखा भी है। ऐसा ही एक मामला मदर डे पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सागर में आयोजित कुशवाहा सम्मेलन सामने आया है। सहजपुर के रहने वाले मुकेश पटेल और उनकी पत्नी भी सागर आईं थी। सीएम से अपने बच्चे की ईलाज के लिए मदद की गुहार लगाना चाहती थी। वहां तक पहुंचने लिए परेशान महिला ने सुरक्षाकर्मियों से खूब मिन्नतें की, लेकिन उन्हें मंच के पास भी नहीं फटकने दिया। मां ने बच्चे को बचाने के लिए उसकी जान ही दांव पर लगा दी। उसने भरी सभा में बच्चे को दूर मंच के समीप फेंक दिया। गनीमत रही बच्चा सीधे जमीन पर नहीं गिरा। जिससे अफरा-तफरी मच गई। बच्चा सुरक्षित है। सीएम ने कलेक्टर को आदेश देकर बच्चे की तुरंत इलाज कराने को कहा।
बच्चा करीब छह महीने से बीमार
रविवार को मदर्स-डे भी था, इसी दिन प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान कुशवाहा महासभा के सम्मेलन में शिरकत करने सागर आए थे। इसी सभा में सहजपुर के रहने वाले मुकेश पटेल और उनकी पत्नी भी सागर आईं थी। उनका बच्चा करीब छह महीने से बीमार है। उसके इलाज में कोई मदद न मिलन के बाद वे सीएम से मदद मांगने आई थी, लेकिन पुलिस ने उनको मिलना तो दूर मंच के पास तक नहीं फटकने दिया।
बीमार बच्चा को फेंकने से पहले मां की आंखे छलछला उठीं
नाराज महिला द्वारा अपने बच्चे को फेंके जाने के बाद उसकी आंखे छलछला उठीं। इधर लोगों में अफरा-तफरी सी मच गई। सीएम ने मंच से निर्देश दिए कि महिला और उसके बच्चे को मंच के पास लाओ। जैसे ही महिला शिशु को लेकर पति के साथ पहुंची, सीएम खुद नीचे पहुंचे और महिला से बात कर उसकी समस्या पूछी बताया गया कि बच्चा बीमार है, जिसका इलाज कराने छह महीने से भटक रही है। सीएम ने कलेक्टर को हिदायत देते हुए पूरी मदद करने के निर्देश दिए। ठीक होने के बाद इसकी जानकारी भी दी जाएं।