पाक में पहचान बचाने की कवायद, शिक्षण संस्थानों में होली की खुशियों पर प्रतिबंध
पाकिस्तान में अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं कर सकते। उच्च शिक्षा आयोग का आदेश अल्पसंख्यकों को और परेशान करने वाला है।
इस्लामाबाद, जनजागरुकता डेस्क। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का जीवन पूरी तरह नारकीय हो गया है। वहां अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं कर सकते। अब उच्च शिक्षा आयोग ने एक फरमान जारी किया है। आदेश अनुसार यहां के अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता बढ़ा दी हैं। नया आदेश में देशभर के शिक्षण संस्थानों में होली का जश्न नहीं मनाया जाएगा। इस पर अब पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
यहां अल्पसंख्यक समुदाय की आवाज दबाने का सिलसिला लगातार जारी है। मामले पर पाक के मीडिया ग्रुप आज न्यूज के अनुसार, उच्च शिक्षा आयोग के निर्देश अनुसार इस तरह की गतिविधियां (होली का जश्न) देश के सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों से पूरी तरह कटी हुई है।
बता दें कि पाक में अहमदिया मुस्लिमों के साथ हिंदू और सिख समुदाय को भी लगातार परेशान किया जा रहा है। आदेश अनुसार इस तरह के जश्न देश की इस्लामिक पहचान से भी अलग होने की तरह है।