भैसों के गोठान में 1 माह में 90 से अधिक गायों की मौत- नेता प्रतिपक्ष चंदेल

ग्राम भैसों का (पामगढ़) दौरा के दौरान उन्होंने गोठान का निरीक्षण किया तो 12 से अधिक गो-माताओं के कंकाल मिले।

भैसों के गोठान में 1 माह में 90 से अधिक गायों की मौत- नेता प्रतिपक्ष चंदेल

रायपुर, जनजागरुकता। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने ग्राम भैसों का (पामगढ़) जिला जांजगीर-चांपा का अचानक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने गोठान का निरीक्षण किया तो 12 से अधिक गो-माताओं के कंकाल मिले। उनका कहना है कि इस दौरान भारी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 1 माह में ग्राम भैसों के इस गोठान में 90 से अधिक गायों की मौत हुई है तथा अभी भी बड़ी संख्या में गायें बीमार हैं। चंदेल ने ग्राम भैसों में 90 से अधिक हुई गायों की मौत का उच्च स्तरीय जांच की मांग है। 

प्रेस को जारी एक बयान में नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने बताया कि उन्होंने आज वहां पहुंचकर जब गोठान के संदर्भ में जानकारी ली तो पता चला कि इस गोठान में गायों के लिए चारा, पानी व छाया की व्यवस्था नहीं है जिसके कारण गो-माताएं असमय काल के गाल में समा रही हैं तथा गंभीर रूप से बीमार पड़ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि छग में कांग्रेस की भूपेश सरकार गोठानों को लेकर बड़े-बड़े विज्ञापन व बड़ी-बड़ी चर्चाएं करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। ग्राम भैसों सहित पूरे प्रदेश के गोठानों का यही हाल है।

जिम्मेदारी तय करे सरकार

उन्होंने कहा कि गोठानों के बदहाली के लिए व गोमाताओं की मृत्यु के लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि अभी तक शासन व प्रशासन का जिम्मेदार अधिकारी वहां नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास भी पास ही में रहते हैं लेकिन उन्हें जाने की फुर्सत नहीं मिली। उन्होंने कहा कि उसी गांव में शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष भी रहते हैं लेकिन उन्होंने भी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी लेने की जरुरत नहीं समझी। janjaagrukta.com