सीमा पार के आरोप में नाइजीरियाई कैद में रहे, 'शौचालय के पानी से बुझाई प्यास'

यह स्टोरी हाल में घर लौटे नाविकों ने मीडिया से शेयर की है। इक्वेटोरियल गिनी ने जहाज और उसके चालक दल को तीन महीने तक हिरासत में रखा।

सीमा पार के आरोप में नाइजीरियाई कैद में रहे, 'शौचालय के पानी से बुझाई प्यास'

केरल, जनजागरुकता डेस्क। समुद्र के क्षेत्रीय जल को पार करने के आरोप में केरल के तीन नाविकों को लंबे समय तक नाइजीरियाई कैद में रहना पड़ा है। इस दौरान उनका जीवन नारकीय हो गया था। यहां तक उन्हें शौचालय का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया।

यह स्टोरी हाल में घर लौटे नाविकों ने मीडिया से शेयर की है। नाविकों के अनुसार गंदा पानी पीने की वजह से मलेरिया बुखार से पीड़ित हो गए थे तब जाकर अस्पताल में भर्ती  कराया गया।

कोच्चि के मिल्टन डी'काउथ जहाज के ऑयलर सानू जोसेफ, हीरोइक इदुन जहाज के मुख्य अधिकारी थे। वहीं कोल्लम के वी विजिथ तीसरे अधिकारी थे। क्षेत्रीय जल को पार करने के आरोप में इक्वेटोरियल गिनी ने जहाज और उसके चालक दल को तीन महीने तक हिरासत में रखा। 

सरकार के आरोप में भी फंसे

इसी बीच नाइजीरिया की सरकार ने उन पर नाइजीरियाई टैंकरों से तेल की तस्करी करने का भी आरोप लगाया, तो पुलिस ने उन्हें 8 महीने और हिरासत में रखा। तब भारत सरकार के साथ कई एजेंसियों ने हस्तक्षेप कर उनकी रिहाई सुनिश्चित की।

फिरौती देने की बात भी सामने आई

इस मामले पर यह बात भी सामने आई कि शिपिंग कंपनी ने इक्वेटोरियल गिनी को भारी फिरौती दी थी, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया गया। बता दें कि इसकी जानकारी एक तृतीय पक्ष सिंडिकेटेड फीड, एजेंसियों से प्राप्त की गई है। मिड-डे अपनी निर्भरता, विश्वसनीयता, विश्वसनीयता और टेक्स्ट के डेटा के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करने की भी बात कही है।

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