कारगिल युद्ध के नायकों की बहादुरी और वीरता को याद किया
लामोचेन में दो दिवसीय कार्यक्रम, कारगिल विजय दिवस मनाया गया।
लद्दाख, जनजागरुकता डेस्क। कारगिल युद्ध के नायकों की बहादुरी और वीरता को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है, जिन्होंने ऑपरेशन विजय का नेतृत्व किया, जिसकी परिणति भारतीय सशस्त्र बलों की जीत में हुई। 1999 के कारगिल युद्ध में 559 सैनिकों की शहादत की याद में दो दिवसीय कार्यक्रम मंगलवार को लद्दाख के लामोचेन (द्रास) में शुरू हुआ। जहां शहीद सैनिकों के परिवारों ने उन बहादुर आत्माओं को याद किया, जिन्होंने पाकिस्तान के साथ कारगिल युद्ध के दौरान अटूट वीरता का उदाहरण दिया था।
बहादुरी के प्रतीक के रुप में 559 दीपक जलाए गए
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी थे। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भाग लिया। बाद में, कारगिल युद्ध स्मारक पर बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई। बहादुरी के प्रतीक के रुप में 559 दीपक जलाए गए। इस दौरान सेना प्रमुख ने शहीद जवानों के परिवारों को सम्मानित भी किया।
कारगिल के युद्ध नायकों ने भी भाग लिया
इस समारोह में कई आम जनता और सैन्य गणमान्य व्यक्ति, वीर नारियों, वीर माताएं और कारगिल के युद्ध नायकों ने भी भाग लिया। यह यादगार कार्यक्रम राष्ट्र की सेवा में हमारे बहादुर सैनिकों द्वारा किए गए महान बलिदानों के लिए एक श्रद्धांजलि थी।