नए हवाई अड्डों के निर्माण को लेकर चिदंबरम और सिंधिया के बीच वाकयुद्ध

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि "तथ्यों की जांच करना वर्तमान कांग्रेस का मजबूत पक्ष नहीं है।"

नए हवाई अड्डों के निर्माण को लेकर चिदंबरम और सिंधिया के बीच वाकयुद्ध

नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। नए हवाईअड्डों के निर्माण को लेकर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम और भाजपा नेता व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। 30 जुलाई को कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि "घमंड करना और बढ़ा-चढ़ाकर कहना इसकी पहचान है।" इस पर पलटवार करते हुए, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "तथ्यों की जांच करना वर्तमान कांग्रेस का मजबूत पक्ष नहीं है।"

74 हवाईअड्डे बनाने के दावे "खोखले और झूठे"- पी चिदम्बरम

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने यही नहीं रूके, उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सत्तारूढ़ सरकार के पिछले 7 वर्षों में 74 हवाई अड्डे बनाने के दावे "खोखले और झूठे" हैं। मई 2014 के बाद से केवल 11 हवाईअड्डे बनाए गए हैं। इन आरोपों पर कड़ा प्रहार करते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, "पीएम नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार ने 74 हवाई अड्डों का संचालन किया है, जिनमें से कुछ अप्रयुक्त पड़े थे। दशकों और राष्ट्रीय देनदारियां थीं, पिछली यूपीए सरकार द्वारा की गई शून्य पहल के लिए धन्यवाद।"

पिछले 10 वर्षों में लगभग 75,000 करोड़ का निवेश

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि "इन विकास कार्यों में अभूतपूर्व पूंजी निवेश शामिल है- पिछले 10 वर्षों में लगभग 75,000 करोड़ रुपये जो सीधे तौर पर देश में रोजगार की वृद्धि से जुड़ा है। वहीं बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने के अलावा इसका गहरा सामाजिक प्रभाव भी है।" समाज के सभी वर्गों को हवाई यात्रा करनी चाहिए। पहले की सरकारें 70 वर्षों में जो हासिल करने में विफल रहीं, उसे केवल 9 वर्षों में हासिल किया गया है।"

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