भारत की क्षमता के आगे चीन जा रहा नीचे, बढ़ा भारत का स्टेटस

चीन को झटका देते हुए मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने कहा, 'हमारी प्रक्रिया में भारत 6 से 1 तक पहुंच गया है, जिसमें सापेक्ष मूल्यांकन अक्टूबर की तुलना में कम है।

भारत की क्षमता के आगे चीन जा रहा नीचे, बढ़ा भारत का स्टेटस

नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। यकीनन भारत विकास की लंबी दौड़ की शुरुआत में है, जबकि चीन अब उस दौड़ से बाहर निकलकर नीचे जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार भारत के बारे में कहा जाए कि विश्व गतिशीलता का लाभ उठाने की भारत की क्षमता  महत्वपूर्ण रूप से लगातार बढ़ता जा रहा है।

भारत के मामले पर आंकलन में मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के विश्लेषकों ने कहा, 'हमारी प्रक्रिया में भारत 6 से 1 तक पहुंच गया है, जिसमें सापेक्ष मूल्यांकन अक्टूबर की तुलना में कम है। भारत की हर क्षेत्र में क्षमता महत्वपूर्ण है। इसलिए भारत विकास की लंबी छलांग की ओर है 

मॉर्गन स्टेनली ने बदल दिया भारत का स्टेटस

यह गर्व की बात है कि ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भारत का स्टेटस बदल दिया है। अब 'ओवरवेट' कर दिया है। इस पर उनका मानना है कि देश का सुधार और मैक्रो-स्टेबिलिटी एजेंडा मजबूत पूंजीगत व्यय और लाभ के दृष्टिकोण से सार्थक साबित करता है। ओवरवेट रेटिंग का मतलब है कि फर्म को उम्मीद है कि भारत की अर्थव्यवस्था भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेगी। 

अमेरिका ने एएए दर्जा खोया

भारत के मैक्रो संकेतक लचीले बने हुए हैं और अर्थव्यवस्था 6.2% जीडीपी पूर्वानुमान को प्राप्त करने की राह पर है। फर्म के अनुसार अमेरिका के एएए दर्जा खोने और चीन में आर्थिक मंदी की पृष्ठभूमि में भारत के स्टेटस में यह सुधार है।  आगे मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने कहा, 'हमारी प्रक्रिया में भारत 6 से 1 तक पहुंच गया है। रिपोर्ट में कहा गया है, "भारत यकीनन विकास की लंबी छलांग की ओर है, जबकि चीन अब इससे बाहर चला जा रहा है।

शेयरों के लाभ को बनाए रखने उपाय पर्याप्त नहीं

वहीं बैंक विश्लेषकों ने एक रिपोर्ट में कहा कि नरमी के उपाय धीरे-धीरे आने की संभावना है, जो शेयरों के लाभ को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है। मॉर्गन स्टैनली की ओर से लचीली अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए भारत को अंडरवेट से बराबर वजन में लाने के कुछ ही महीनों बाद यह रेटिंग अपग्रेड की गई है।

चीनी शेयरों पर रेटिंग भी घटाई

विशेषज्ञ फर्म ने चीनी शेयरों पर अपनी रेटिंग को भी घटाकर समान भारांक कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि निवेशकों को लाभ लेने के लिए सरकारी प्रोत्साहन योजना से प्रेरित तेजी का लाभ उठाना चाहिए। विकास को बढ़ावा देने और देश के निजी क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के बीजिंग के कई वादों के बीच हाल के दिनों में चीनी परिसंपत्तियों को बढ़ावा मिला है।

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