गडकरी की नई तकनीक बचाएगी लाखों की जिंदगी, दुर्घटना से पहले लगेगा ब्रेक!
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में हाईवे पर ट्रकों और गाड़ियों को प्रोटेक्ट करने, दुर्घटनाओं को कम करने का नया प्लान बताया है। नई तकनीक हैवी दुर्घटनाओं को रोक पाने में सक्षम है।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। भारत में तेजी से सड़कों और एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। इससे भारत के राज्य और अलग-अलग जिले आपस में जुड़ते जा रहे हैं। लेकिन दुर्घटनाएं अक्सर उत्तराखंड, हिमाचल, कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश की तरह पहाड़ी इलाकों में होती है। इसी बीच केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में हाईवे पर ट्रकों और गाड़ियों को प्रोटेक्ट करने और दुर्घटना को कम करने का नया प्लान बताया है।
दुर्घटना रोकने गडकरी ने राज्यसभा में बताया नया प्लान
राज्यसभा में सवाल पूछते हुए नॉमिनेडेट सदस्य अली ने कहा कि अक्सर ट्रक का क्रैश इतना भंयकर होता है कि एक्सीडेंट क्रैश बैरियर रोक नहीं पाता है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अब नई तकनीक आ गई है। इसमें कंक्रीट में प्लास्टिक का एक गोल मशीन लगा होता है, जो किसी भी बडे़ से बडे़ दुर्घटना के प्रेशर को झेल लेता है और फिर ट्रक कितनी भी जोर के टक्कर मारे वह नीचे नहीं गिरता है। क्या वास्तव में इस नई तकनीक से लोगों की जान बच पाएगी, यह आने वाला समय बताएगा।
लोहे के बैरियर भी हैवी दुर्घटना रोक नहीं पाए
सवाल का जवाब देने के लिए खुद नितिन गडकरी सामने आए। उन्होंने कहा कि पहाड़ी इलाकों में एक्सीडेंट काफी ज्यादा होते हैं, ये बात बिलकुल सच है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पहले लोहे के बैरियर लगते थे जो हैवी दुर्घटना को रोक नहीं पाते थे लेकिन अब नई तकनीक आ गई है।
नई तकनीकी का इस्तेमाल अभी कुछ जगहों पर
नितिन गडकरी ने कहा कि इस तरह की तकनीकी का इस्तेमाल अभी कुछ जगहों पर किया गया है और आगे हमारा ये पूरा प्रयास होगा कि इस तरह की दुर्घटना को और कैसे कम किया जा सकता है।
बांस के इकोफ्रेंडली बेरियर का भी जिक्र
नितिन गडकरी ने बांस के इकोफ्रेंडली बेरियर का भी जिक्र किया और कहा कि आजकल असम में बांस के इकोफ्रेंडली बेरियर बनाए जा रहे हैं, जिससे आदिवासियों को काम मिलेगा।