बंगाल पंचायत चुनाव में भारी हिंसा, वोटिंग के दौरान 9 हत्याएं, लूट और आगजनी

पश्चिम बंगाल में सरकार से हिंसा थम नहीं रही है। कहीं बैलेट जलाए जा रहे हैं, तो कहीं बूथ लूटा जा रहा है। कांग्रेस ने इलेक्शन रद्द करने की मांग की। घटना की चौतरफा निंदा की जा रही है।

बंगाल पंचायत चुनाव में भारी हिंसा, वोटिंग के दौरान 9 हत्याएं, लूट और आगजनी

कोलकाता, जनजागरुकता डेस्क। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में हिंसा थम नहीं रही है। आज सुबह से मतदान शुरू होने के बाद से भारी हिंसा जारी है। अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। बैलेट पेपर की लूट और आगजनी की खबरें सामने आ रही हैं। पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग के बीच बंगाल में बेलगाम गुंडागर्दी देखने को मिल रही है।

बड़े पैमाने पर हिंसा और हत्याओं के बीच पश्चिम बंगाल में आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव  हो रहे हैं। इसे 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा। आज 22 जिला परिषदों में लगभग 928 सीटों, 9730 पंचायत समितियों और 63,229 ग्राम पंचायत सीटों के लिए लगभग 5.67 करोड़ लोग वोट डाल रहे हैं। वोटों की गिनती 11 जुलाई को होगी। पूरे राज्य में कड़ी सुरक्षा के बीच पंचायत चुनाव आयोजित किए जा रहे हैं। पर स्थिति संभल नहीं रही है। वहीं चुनाव से पहले हुई हिंसा में दर्जनों लोग मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं।

मुर्शिदाबाद और कूचबिहार में सबसे ज्यादा हिंसा

मुर्शिदाबाद और कूचबिहार में सबसे ज्यादा हिंसा हुई। कई जगहों से फायरिंग, आगजनी, टकराव और बूथ कैप्चरिंग की खबर भी सामने आई। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में कांग्रेस और तृणमूल के बीच झड़प में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता बाबर अली की मौत हो गई। गोली लगने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती है।

सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में वोट डाला

पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम के एक मतदान केंद्र पर पंचायत चुनाव के लिए अपना वोट डाला।

दिनहाटा में वोटिंग रोकी गई

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में मतपेटी में पानी डाले जाने के बाद दिनहाटा के इंद्रेश्वर प्राथमिक विद्यालय में मतदान रोक दिया गया।

मतपेटी में लगाई आग 

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में कूच बिहार जिले के दिनहाटा के बारानाचिना में एक मतदान केंद्र पर कथित तौर पर फर्जी मतदान से नाराज मतदाताओं ने मतपेटी में आग लगा दी।

चुनावी हिंसा : भाजपा कार्यकर्ताओं घेरा राज्य चुनाव आयोग, प्रदर्शन

राज्य भर में पंचायत चुनाव के लिए मतदान के दौरान हिंसा की घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में राज्य चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।  

पंचायत चुनाव रद्द करने कांग्रेस ने हाईकोर्ट से की मांग

कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने कहा कि उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक अभ्यावेदन देकर उस याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया है। जिसमें पश्चिम बंगाल में शनिवार को हो रहे पंचायत चुनावों को हिंसा एवं हत्या की घटनाओं के कारण अमान्य घोषित करने का आग्रह किया गया है। शनिवार को तत्काल सुनवाई के लिए एक विशेष पीठ के गठन का अनुरोध करते हुए बागची ने कहा कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को एक अभ्यावेदन दिया है। बागची पेशे से वकील हैं। उन्होंने अनुरोध किया की कि राज्य में पंचायत चुनावों को अमान्य घोषित किया जाए।

चुनावी हिंसा में मौतों की निंदा की विपक्षी दलों ने

पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में शनिवार को हिंसा में नौ लोगों की हत्या की सभी दलों ने निंदा की। राज्य में विपक्षी भाजपा और सीपीआई (एम) ने आरोप लगाया कि राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेशों के अनुसार केंद्रीय बलों को तैनात नहीं किया है। 

हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की- मजूमदार

पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा कि ‘हम राज्य चुनाव आयोग के खिलाफ मामला दायर करेंगे क्योंकि उन्होंने पूरी तरह से हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की है। ’

लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं: धर्मेंद्र प्रधान

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भुवनेश्वर में कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है मगर वहां की सरकार जनाधार खो चुकी है और इसी डर में वो हिंसक प्रवृत्ति अपना रहे हैं।पश्चिम बंगाल में पूरी व्यवस्था असंवैधानिक कामों में लग चुकी है। वहां की सरकार ना तो राज्यपाल के आदेश का सम्मान करती है और ना ही हाई कोर्ट के आदेश का। जब स्थानीय पुलिस और प्रशासन खुद ही पक्षपाती हो जाए और राजनीतिक दृष्टि से काम करे तो इसे संवैधानिक व्यवस्था नहीं कहा जाता है।

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