मानसून सत्र : राष्ट्रगीत वंदेमातरम् का अपमान, विधानसभा में टमाटर-मिर्ची की माला पहन पहुंचीं विधायक
संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कृत्य के लिए नेता प्रतिपक्ष माफी मांगे। हंगामा बढ़ते देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए रद्द कर दी।
भोपाल, जनजागरुकता डेस्क। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो चुका है। इस बार महाकाल लोक, भ्रष्टाचार, आदिवासी अत्याचार के साथ महंगाई को लेकर सदन गर्म रहने के कयास हैं। पहले दिन ही विपक्षी दल कांग्रेस आक्रामक दिखा।
महंगाई के खिलाफ नाराजगी जाहिर करने के लिए मंगलवार की सुबह रैगांव से कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा टमाटर और मिर्च की माला पहनकर विधानसभा पहुंचीं। उन्होंने कहा कि सब्जियों की कीमतें आम लोगों की पहुंच से दूर हो गई है, मगर सरकार को परवाह नहीं है।
सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने आदिवासी अत्याचार का मामला उठाया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये राष्ट्रगीत वंदेमातरम् का अपमान कर रहे हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं। इस पर कांग्रेस के सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि यह गलतबयानी हो रही है। वंदेमातरम् शुरू नहीं हुआ था।
दोनों पक्षों से इसको लेकर पक्ष रखा जाने लगा तो अध्यक्ष गिरीश गौतम ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि विधानसभा की मान्य परंपरा के मुताबिक, सदन की कार्यवाही वंदेमातरम् से प्रारंभ होती है। मैंने टोका भी कि पहले वंदे्मातरम् हो जाने दें, फिर अपनी बात रखें, पर आप शांत नहीं हुए, यह दुखद है।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि इस कृत्य के लिए नेता प्रतिपक्ष माफी मांगे। हंगामा बढ़ते देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए रद्द कर दी।
काम रोककर चर्चा कराई जाए
सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होते ही विधानसभा में आदिवासियों पर होने वाले अत्याचार को लेकर कांग्रेस में चर्चा कराने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सीधी में आदिवासी वर्ग के व्यक्ति के साथ जो घटना हुई है, उसने हम सबका सिर शर्म से झुका दिया है। हमने सदन में प्रस्ताव दिया है, काम रोककर चर्चा कराई जाए।
देश एवं विदेश में राज्य कलंकित
इस बात पर पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि देश एवं विदेश में इस घटना की वजह से राज्य कलंकित हुआ है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, ही आदिवासियों के सर्वाधिक अत्याचार मध्य प्रदेश में हो रहे हैं। इस पर संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने जताते हुए कहा कि जब एक विषय सदन के सामने रखा जा चुका है तो फिर उस पर इस प्रकार चर्चा नहीं होनी चाहिए।
मुझे फैसला करने दीजिए- विस अध्यक्ष गौतम
इस आपत्ति पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति एवं सर्वदलीय समिति पर इस पर चर्चा हो चुकी है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इसे नकारते हुए कहा कि कार्य मंत्रणा समिति में कोई फैसला नहीं हुआ है। यह विषय मेरे सामने आया है, अब मुझे फैसला करने दीजिए।