अब इलेक्ट्रिक सड़क पर चलने से हो जाएंगी गाड़ियां चार्ज

स्वीडन सरकार ने एक ऐसी इलेक्ट्रिक सड़क बनाने पर काम शुरु कर दी है, जो दुनिया के लिए बेमिसाल साबित होगी। बनाई जा रही है 20 हजार किमी इलेक्ट्रिक सड़क।

अब इलेक्ट्रिक सड़क पर चलने से हो जाएंगी गाड़ियां चार्ज

स्वीडन, जनजागरुकता डेस्क। अब वह दिन दूर नहीं जब बैटरी से चलने वाली गाड़ियों को चार्ज करने के लिए कहीं पर रुकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए स्वीडन सरकार ने एक ऐसी इलेक्ट्रिक सड़क बनाने पर काम शुरु कर दिया है, जो दुनिया के लिए बेमिसाल साबित होगी। ई-व्हीकल्स के लिए ये एक क्रांतिकारी योजना होगी। पायलट प्रोजेक्ट को पूरा होने के बाद इसे पूरे स्वीडन में शुरू कर दिया जाएगा। यह इलेक्ट्रिक सड़क बैटरी से चलने वाली हर गाड़ियों की चार्जिंग संबंधी परेशानी एक साथ दूर कर देगी।

ई-रोड को 20 हजार किमी बनाने की योजना

इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने वाली यह ई-रोड स्वीडन सरकार की देखरेख में बन रही है। भविष्य में इसे और विस्तार दिया जाएगा और देश में 20 हजार किलोमीटर तक ऐसी सड़कें, हाइवे बनाने का प्लान है। इस इलेक्ट्रिक रोड पर चलने वाले कार और ट्रक ड्राइवर बिना रुके चलते-चलते अपनी बैट्री रिचार्ज कर सकते हैं।

साल 2018 में हुआ था चार्जिंग रेल नेटवर्क का उद्घाटन

स्वीडन सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग ने साल 2018 में, स्टॉकहोम के अरलांडा एयरपोर्ट और रोज़र्सबर्ग के बीच इसी प्रोजेक्ट पर काम करते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए दुनिया की पहली चार्जिंग रेल नेटवर्क का उद्घाटन किया था। तब दो किलोमीटर लंबी उस इलेक्ट्रिफाइड रोड से गुजरने वाली कारों और ट्रकों की बैटरी चार्ज हो जाती थी। उसी थीम से प्रेरणा लेते हुए अब देशभर में ऐसी सड़क बनाने की तैयारी है जिससे लोगों की ई गाड़ियों की चार्जिंग का टंटा ही खत्म हो जाएगा

फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता को 2030 तक खत्म करने की योजना

'यूरो न्यूज़' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडन फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता को 2030 तक खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ये इलेक्ट्रिक रोड यानी चुना गया मोटरवे, यूरोपीयन हाईवे E20, देश के तीन प्रमुख शहरों, स्टॉकहोम, गोथेनबर्ग और माल्मो के मध्य में स्थित हॉल्सबर्ग और ऑरेब्रो के बीच के लॉजिस्टिक हब को आपस में जोड़ता है। इस पायलट प्रोजेक्ट को 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।

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