अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध, भारत को होगा फायदा

अमेरिका और चीन एक-दूसरे पर कई तरह के प्रतिबंध लगाने और अन्य सख्त कदम उठाने लगे हैं।

अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध, भारत को होगा फायदा

नई दिल्ली, जनजागरुकता, डेस्क। दुनिया के दो सबसे ताकतवर देश अमेरिका और चीन के बीच भयंकर व्यापार युद्ध छिड़ हुआ है। इससे दोनों देशों की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ना तय है। अमेरिका और चीन एक-दूसरे पर कई तरह के प्रतिबंध लगाने और अन्य सख्त कदम उठाने लगे हैं। दोनों देशों के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध भारत के लिए नया अवसर लेकर आया है। इससे भारत की तरक्की की रेलगाड़ी तेजी से दौड़ेगी।

इस व्यापार युद्ध को लेकर अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो और उनके चीनी समकक्ष वांग वेंटाओ ने बृहस्पतिवार को एक-दूसरे की सरकारी नीतियों को लेकर चिंता जताई है। दोनों देशों के व्यापार युद्ध से भारत को सबसे ज्यादा लाभ होने वाला है। अमेरिका अब चीन से तनाव के चलते अपनी महत्वपूर्ण फर्मों को भारत में शिफ्ट करने विचार कर रहा है। इससे भारत और अमेरिका के बीच व्यापार नई ऊंचाई तक पहुंच सकता है। और भारत की आर्थिक तरक्की को  गति मिलना तय है।  

मुद्दों पर बातचीत को आगे बढ़ाने पर जोर

रायमोंडो और वांग ने व्यापार के मुद्दों पर बातचीत को आगे बढ़ाने का वादा किया है। रायमोंडो ने चीन में अमेरिकी कंपनियों के खिलाफ हुई कार्रवाइयों के बारे में चिंता जताई। उनके कार्यालय ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। दूसरी ओर वांग के कार्यालय ने बयान जारी कर सेमीकंडक्टर, निर्यात और व्यापार पर अमेरिकी नीति के बारे में चिंता व्यक्त की।

अमेरिका ने सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी के निर्यात पर रोक

उल्लेखनीय है कि हाल ही में चीन ने अमेरिकी सलाहकार फर्मों छापे मारे थे और इसके बदलने में दूसरी ओर अमेरिका ने सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी के निर्यात पर रोक लगा दी है। दोनों पक्षों ने कहा कि प्रौद्योगिकी और सुरक्षा पर विवादों को लेकर कोई प्रगति नहीं हुई है। दूसरी ओर वांग के कार्यालय ने बयान जारी कर सेमीकंडक्टर, निर्यात और व्यापार पर अमेरिकी नीति के बारे में चिंता व्यक्त की।

भारत को होगा बड़ा लाभ

चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध से अगर सबसे ज्यादा फायदा वह भारत को होने वाला है। अमेरिका अब चीन से तनाव के चलते अपनी कई फर्मों को भारत में लगाने पर विचार किया जा रहा है। इससे भारत और अमेरिका के बीच व्यापार नई ऊंचाई तक पहुंच सकता है। साथ ही भारतीय बाजार की पहचान अमेरिकी फर्मों के आने से और व्यापक और ब्रांडेड हो जाएगी। इसका फायदा दूसरे देशों के साथ होने वाले ट्रेड में भी भारत को मिलेगा। रोजगार के नए अवसर पैदा होने के साथ ही साथ इससे भारत की आर्थिक तरक्की को और गति मिल सकेगी।

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