कांजी हाउस में मवेशियों की मौत, बिना जांच दफनाया
मुक पशुओं के प्रति गीदम रोड परपा कांजी हाउस में अव्यवस्था के खिलाफ सामाजिक संस्था ने नाराजगी जताई। निगम के खिलाफ मोर्चा खोला।
जगदलपुर, जनजागरुकता। (Jagdalpur News) जेले के गीदम रोड परपा कांजी हाउस में फिर विवादित मामला सामने आया है। इस बार इस कांजी हाउस में मवेशियों की मौत के बाद दफन करने का मामला गरमा गया है। कमजोरी छिपाने के लिए बिना पोस्टमार्टम के ही मवेशियों को दफना दिया गया है। इस लेकर सामाजिक संस्था ने निगम कार्यालय का घेराव कर दिया।
मवेशियों के मरने के मामले पर संस्था ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। संस्था के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कांजी हाउस में बिना जांच के मवेशियों को दफना दिया गया है। उनका कहा है नगर निगम जगदलपुर का गीदम रोड परपा कांजी हाउस हमेशा विवादों में रहता है।
इस बार कांजी हाउस में हुए मवेशियों की मौत को लेकर मामला गरमाया हुआ है। सक्षम संस्था के पदाधिकारियों ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। जिसे लेकर संस्था के पदाधिकारियों ने निगम कार्यालय का घेराव कर दिया। सक्षम संस्था के महामंत्री कुणाल चालीसगांवकर के मुताबिक परपा के कांजी हाउस में भारी अनियमितता चल रही है।
हत्या कर मवेशियों को दफनाया गया
सक्षम संस्था के अनुसार आरोप है कि कांजी हाउस में मवेशियों की हत्या कर उन्हें वहीं दफना दिया गया है। लेकिन दोषियों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसको लेकर सक्षम संस्था बीते 3 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। इसी कड़ी में नगर निगम कार्यालय का घेराव भी किया गया। पर 3 दिनों से प्रशासन और निगम का कोई भी जिम्मेदार कांजी हाउस नहीं पहुंचा है।
निगम भी संलिप्त- चालीसगांवकर
सक्षम संस्था के महामंत्री कुणाल चालीसगांवकर का आरोप है कि मवेशियों की हत्या के मामले में कहीं न कहीं निगम भी संलिप्त है। जिन्होंने बिना पोस्टमार्टम के जेसीबी के माध्यम से मवेशियों को गड्ढा खोदकर दफना दिया गया।
जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी- निगम आयुक्त
इस मामले में नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने कहा कि सक्षम संस्था ने भूख हड़ताल करने की जानकारी नहीं दी थी, जिसकी जानकारी आज ही हुई है। उनकी शिकायत के अनुसार इस मामले पर जांच करवाई जाएगी। आयुक्त मंडावी ने आगे कहा जांच के बाद संचालक जिसके साथ निगम का एग्रीमेंट है उसे नोटिस भेजा गया है, जिसका जवाब एक दिन पहले ही आया है। मामले की जांच कर नियुक्ति पद्धति की जानकारी ली जाएगी। इसके बाद हटाने या अन्य संबंधी कार्रवाई की जाएगी।
ये है मामला
परपा के कांजी हाउस में 2 मवेशियों की अज्ञात कारणों से मौत हो गई। उसके बाद संचालक ने इसकी जानकारी नगर निगम को दी। लेकिन निगम ने ना ही जांच करवाई और ना ही पशु विभाग को जानकारी दी। साथ ही साथ कांजी हाउस के पास जेसीबी बुलवाकर गड्ढा कर मवेशियों को दफना दिया गया। अब सामाजिक संस्था बिना पोस्टमार्टम के मवेशियों को दफनाने का विरोध कर रही है।