7 साल में अपराध की दुनिया में गैंगस्टर दीपक का चल गया था बड़ा नाम, स्पेशल टीम ने मेक्सिको से पकड़ लाई
कुख्यात गैंगस्टर दीपक बॉक्सर, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा है जो पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शातिर और खतरनाक अपराधी कुख्यात गैंगस्टर दीपक बॉक्सर आखिरकार मेक्सिको से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के कब्जे में आ गया। इस मामले में स्पेशल सेल की जनकपुरी की टीम ने पहले ही एफआईआर दर्ज कर ली थी। स्पेशल सेल के 5 अधिकारी दीपक लेने गए हुए थे। एयरपोर्ट पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
गैंगस्टर दिलीप बॉक्सर को लाने वाली फ्लाइट बुधवार की सुबह 4.40 बजे आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरी। वहीं पर आधिकारिक तौर पर दिल्ली पुलिस ने एफबीआई के अधिकारियों से दीपक को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई पूरी की। सबसे पहले उसका मेडिकल कराया गया, उसके बाद गैंगस्टर को कोर्ट में पेश किया गया। दीपक बॉक्सर की रिमांड मांगी गई।
बता दें कि मामले में स्पेशल सेल की टीम ने पहले ही एफआईआर दर्ज कर ली थी। 5 अधिकारी दीपक को लेने गए हुए थे। गैंगस्टर ने जाली पासपोर्ट पर मेक्सिको पहुंच गया था। जहां से भी भागने की तैयारी में था। सूचना पर एफबीआई की मदद से दीपक को मेक्सिको में ही पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद दीपक को इस्तांबुल के रास्ते भारत लाया गया।
गैंगस्टर दीपक बॉक्सर।
दीपक बॉक्सर किन गैंगस्टर के संपर्क में था। दीपक बॉक्सर सिविल लाइंस इलाके में हुई बिल्डर की हत्या में वांछित था। पुलिस को बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या के मामले में दीपक की तलाश थी। कांड के बाद दिल्ली पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई ने ही दीपक बॉक्सर को भारत से फरार होने में मदद की थी।
फर्जी पासपोर्ट बनवाया
पुलिस के अनुसार, दिल्ली-NCR का टॉप गैंगस्टर दीपक बॉक्सर रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद गोगी गिरोह की कमान संभाल रहा था। दीपक बॉक्सर ने मुरादाबाद से रवि अंटिल के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था।
स्पेशल सेल टीम।
इस तरह चर्चा में आया दीपक
दीपक 7 साल से आपराधिक वारदातों को अंजाम देता रहा है। साल 2016 में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था। उसके बाद साल 2018 में उसके गैंग पर मकोका के तहत कार्रवाई हुई थी, तभी से दीपक फरार है।
कुख्यात अपराधी है दीपक
दीपक बॉक्सर के भारत से बाहर जाने की सूचना मिलते ही उसे भारत वापस लाने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शातिर और खतरनाक अपराधी है। बॉक्सर और उसकी गैंग के खिलाफ 16 मार्च को स्पेशल सेल ने मामला दर्ज कर लिया था। और उसी के खिलाफ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।