सावन के पवित्र महीने में शिव पुराण की कथा में उमड़ पड़े लाखों श्रद्धालु
बलौदाबाजार जिले के तिल्दा-नेवरा के हाई स्कूल, दशहरा मैदान में विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव पुराण कथा चल रही है।
रायपुर/बलौदाबाजार, जनजागरुकता। सावन का पवित्र महीना और शिव पुराण की पावन कथा (Shiva Mahapuran katha) का छत्तीसगढ़ में अभी अच्छा संयोग है। विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) का बलौदाबाजार जिले के तिल्दा-नेवरा (Tilda-Newra) में कथा चल रही है। जहां प्रदेशभर से श्रद्धालु श्रोताओं की लाखों की संख्या में भीड़ लगी हुई है। वहीं इस अवसर का लाभ उठाने देशभर के दूसरे राज्यों से भी लोग पहुंचे हैं।
1 से 7 अगस्त तक तिल्दा नेवरा के हाई स्कूल, दशहरा मैदान में आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा है कि पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के लिए तैयार किए गए सभी पंडाल खचाखच भरे हुए हैं। वहीं कथा स्थल से कई किलोमीटर तक के इलाके में भी पैर रखने की जगह नहीं है।
पंचाक्षर मंत्र की चारों ओर गुंज
चारों ओर भगवान शिव का पंचाक्षर मंत्र श्री शिवाय नमस्तुभ्यम और ओम नमः शिवाय की गुंज है। पूरा माहौल भक्तिमय वातावरण में तब्दील है। जहां तक नजर दौड़ाओ वहां तक लोग परिवार के साथ भोलेनाथ की भक्ति में डूबे दिख रहे हैं। दोपहर 2 बजे से कथा शुरू होती है, पर लोग अल सुबह से अपना स्थान सुनिश्चित कर लेते हैं।
कई किलोमीटर तक खचाखच भीड़
"जनजागरुकता मीडिया" की टीम जब यहां पहुंची तो मार्गों पर कई किलोमीटर खचाखच भीड़ भरी थी। इस दौरान आस्था की ऐसी बयार ने टीम को आश्चर्य में डाल दिया। हजारों लोग मंत्रजाप करते पंडाल की ओर बढ़ रहे थे, कोई तिलक लगा रहा था, तो कोई यहां लगाए भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर रहे थे।
दुख हरण के लिए भोलेनाथ पर पूरा विश्वास
तो दूसरी ओर लाखों की भीड़ के बीच शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सैकड़ों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं हजारों वॉलिंटियर्स निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा दे रहे हैं। उसके बाद टीम ने यहां पहुंचे लोगों से चर्चा की। शिव भक्ति पर उनके विचार जाने, श्रद्धालुओं से उनके यहां आने का कारण पूछा। इस दौरान लोगों ने कहा सनातन धर्म में मनुष्य को सद्मार्ग पर चलने के अनेक मार्ग बताए गए हैं। यहां प्रवचन सुनकर सुकुन पाते हैं। आस्था बढ़ती है। जीवन के दुख हरण के लिए हमें भोलेनाथ पर पूरा विश्वास है।