मलेरिया का प्रकोप- आदिवासी बच्‍चे की मौत, 3 दिनों में 2 की गई जान

ब्‍लॉक प्रशासन सक्रिय हुआ और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए। तब शिविर लगाने स्वास्थ्य अमला गांव पहुंचा है। बता दें कि बरसात के मौसम में मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं।

मलेरिया का प्रकोप- आदिवासी बच्‍चे की मौत, 3 दिनों में 2 की गई जान

गरियाबंद, जनजागरुकता। प्रदेश के गरियाबंद क्षेत्र में मैनपुर ब्‍लॉक के गोबरा गांव में मलेरिया का कहर सामने आया है। 3 दिनों के अंदर दो बच्चों की जान चली गई है। बारिश की वजह से लगातार नमी से मच्छर का प्रकोप बढ़ रहा है। इसलिए आदिवासी क्षेत्र में मलेरिया से लोग पीड़ित हो रहे हैं। 

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शुक्रवार को गोबरा गांव के रहने वाले वीरेंद्र नागवंशी के पुत्र 11 वर्षीय डीगेश्वर नागवंशी की मौत हो गई। डीगेश्वर पांचवीं का छात्र था। इस गांव में 19 जुलाई को मलेरिया से पहली मौत 6वीं की छात्रा योगिता की हुई थी। बताया जा रहा है कि मितानिन व स्वास्थ्य कर्मी की जांच में मलेरिया की पुष्टि हुई थी।

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग हुआ सक्रिय

आदिवासी इलाके में 3 दिनों में 2 बच्‍चों की मौत के बाद स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में हड़कंप मचा। उसके बाद ब्‍लॉक प्रशासन सक्रिय हुआ और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए। तब शिविर लगाने स्वास्थ्य अमला गांव पहुंचा है। बता दें कि बरसात के मौसम में मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों में इस मौसमी बीमारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है।

janjaagrukta.com