गौठानों में अव्यवस्था संबंधित समाचार महज भ्रामक, पानी, चारे की पूरी व्यवस्था- सीईओ
गर्मी में जल स्तर कम होने वाले गौठान में पानी की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है।
बलौदाबाजार, जनजागरुकता। जिला पंचायत सीईओ के अनुसार सोशल मीडिया में जिले के कई विकासखंडों के गौठानों के बारे में मूलभूत व्यवस्थाओं संबंधित भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। भ्रामक जानकारी में पशुओं के लिए शेड, चारा, छांव एवं पानी की व्यवस्था नहीं है प्रसारित की जा रही है। जो कि पूरी तरह से वास्तविकता से परे है।
सीईओ के अनुसार इस तरह भ्रामक प्रचार को कलेक्टर चंदन कुमार ने गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सीईओ को गौठानों के विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। जिस पर जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन ने विभिन्न गौठानों का सिलसिले वार जानकारी देते हुए वस्तु स्थित से अवगत कराया है। उन्होंने विकासखण्ड पलारी अंतर्गत ग्राम छेरकानपुर, सकरी प, रसोटा, बेल्हा दतान प, गैतरा, सुन्द्रावन, बोहारडीह, भरूवाडीह, गिधपुरी, बलौदाबाजार अंतर्गत ग्राम ढाबाडीह, झोंका, लटुवा, कौहरोद, भाटापारा अंतर्गत ग्राम गुर्रा, मिरगी, टिकुलिया एवं सिमगा के जरौद, रानीजरौद, आमकोनी, बनसांकरा, किरवई, चकरवाय, तोरा के गौठान की जानकारी दी है।
गौठानों में पानी, चारा, छांव पर्याप्त
उन्होंने बताया कि उक्त सभी गौठानो में पानी, चारा एवं छांव, शेड की पर्याप्त व्यवस्था है इसमें किसी भी तरह की समस्या नहीं है। ग्राम छेरकानपुर में अभी तक 1224 क्विंटल ग़ोबर की खरीदी की गयी है। जिससे कुल 440 क्विंंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा चुका है। इसी तरह ग्राम सकरी प के गौठान में जानवरों के सुरक्षा के लिए फेसिंग नही होना बताया जा रहा है जबकि गौठान में फेसिंग उपलब्ध है।
वर्मी कम्पोस्ट के गुण बेहतर
साथ ही यहां उपलब्ध वर्मी कम्पोस्ट को गुणवत्ता हीन बताया जा रहा है। जिस पर कृषि विभाग के खाद (सैम्पल) को परीक्षण के लिए लैब में भेजा गया है। रिपोर्ट आना बाकी है। उक्त गौठान में अभी तक कुल 2752 क्विंटल की ग़ोबर खरीदी की जा चुकी है। जिससे 864 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का निर्माण हो चुका है। जो कि रूपांतरण का स्टैंडर्ड मानक का 40 प्रतिशत है। इसी तरह ग्राम रसोटा का सीपीटी का कार्य पूर्ण हो चुका है अन्य निर्माण कार्य जारी है।
जैविक कृषि के लिए प्रोत्साहन
ग्राम बेल्हा में 1400 क्विंटल, ग्राम दतान प में 1549 क्विंटल ग़ोबर खरीदी की गई है जिससे कुल 350 क्विंटल एवं 583 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा चुका है। उक्त वर्मी कम्पोस्ट का अलग-अलग लिंकेज सोयायटी के माध्यम से विक्रय भी सुनिश्चित किया जाता है एवं समय समय पर कृषि विभाग द्वारा किसानो को जैविक कृषि के लिए प्रोत्साहित भी किया जाता है।
नियमित गोबर खरीदी जारी
इसी तरह भाटापारा के ग्राम गुर्रा, मिरगी एवं टिकुलिया के गौठान में नियमित रूप ग़ोबर नहीं खरीदने एवं उनका भुगतान नहीं करने की भ्रामक जानकारी दी जा रही है। जबकि ग्राम गुर्रा, मिरगी एवं टिकुलिया ग्राम पंचायत के द्वारा ही गौठान का संचालन किया जा रहा है।
फसल नहीं होने से पशु खुले में चर रहे
जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि ग्रीष्म कालीन ऋतु के चलते खेतों में फसल नहीं होने के कारण पशु खुले में चर रहे, गांव में छुट्टा चराई प्रथा के कारण पशुओं द्वारा पानी पीने एवं चारा रखने के लिए गौठान में आकर वापस चले जाते हैं। कलेक्टर चंदन कुमार ने भी भीषण गर्मी को देखते हुए पहले भी जिले के सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया था कि जिन गौठानों या ग्रामीण क्षेत्रों में जहां गर्मी में नलकूप, हैंडपम्प का जल स्तर काफी नीचे या कम हो जाता है। ऐसे गौठानों और ग्रामीण इलाकों में पानी की वैकल्पिक व्यवस्था समय रहते पूरी करने के दिए थे।
पानी की वैकल्पिक व्यवस्था
इसमें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, क्रेडा के साथ ही जिला पंचायत द्वारा 15 वें वित्त आयोग से पानी की व्यवस्था के लिए राशि मुहैया करा कर गौठानों में पानी की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है।