नूंह हिंसा : दंगाइयों पर सरकार का एक्शन, अवैध निर्माणों पर चलवाया बुलडोजर

नूंह हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। कई दुकानें ध्वस्त कर दी गई। साजिशकर्ता की तलाश की जा रही है। मामले पर 216 लोगों को गिरफ्तार व 88 हिरासत में लिया गया है।

नूंह हिंसा : दंगाइयों पर सरकार का एक्शन, अवैध निर्माणों पर चलवाया बुलडोजर

नूंह/चंडीगढ़, जनजागरुकता डेस्क। नूंह हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ हरियाणा सरकार ने एक्शन लेते हुए दंगाइयों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। हिंसा करने वालों की दुकानें, अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण, निर्माण कार्यों पर सरकार ने बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया है। इन सभी दंगाइयों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा जा रहा है। 

मामले में अब तक 216 लोगों को  गिरफ्तार किया गया है। वहीं 88 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इन दंगाइयों से अब तक 2.5 एकड़ जमीन मुक्त करवाई गई है। पहले नोटिस दिया गया था। किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

अवैध रूप से बनी 45 दुकानें ध्वस्त

सांप्रदायिक हिंसा शामिल लोगों के अवैध निर्माणों और अतिक्रमण पर सरकारी बुलडोजर चलाया गया। शनिवार को नल्हड़ रोड पर लगभग 2.5 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से बनी 45 दुकानों को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। जिन लोगों के अवैध निर्माण गिराए गए, उनमें से कुछ विश्व हिंदू परिषद की शोभायात्रा पर हुए हमले में शामिल थे।

रोहिंग्या घुसपैठियों की 250 झुग्गियों को गिराया गया 

नूंह के एसडीएम अश्वनी कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। यहां रहने वालों को पहले नोटिस दिया गया था। अदबार चौक से लेकर तिरंगा चौक तक अतिक्रमण हटाया गया। इन्हीं जगहों पर 31 जुलाई को हिंसा हुई थी। नूंह जिले के तावड़ू कस्बे में वीरवार को रोहिंग्या घुसपैठियों की 250 झुग्गियों को गिरा दिया गया था, जबकि शुक्रवार को भी नल्हड़ मंदिर के आसपास अवैध निर्माण ढहाए गए थे।

104 एफआईआर, 216 आरोपी गिरफ्तार 

जानकारी के मुताबिक  हिंसा के छह दिन बाद भी पुलिस कार्रवाई जारी है। अब तक 104 एफआईआर दर्ज की गई। 216 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 88 और लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। 10 लोगों को सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

हिंसा के पीछे सुनियोजित साजिश

मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गृह मंत्री अनिल विज, गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद समेत डीजीपी पीके अग्रवाल इसे साजिशन वारदात करार दे चुके हैं, बावजूद इसके इस पूरे घटनाक्रम का साजिशकर्ता या मास्टरमाइंड कौन है, इस बारे में कोई भी जांच एजेंसी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।

धर्मस्थल पर पथराव, एफआईआर

रोहतक में एक धर्मस्थल पर कुछ लोगों ने पथराव किया। पुलिस ने बताया कि यह घटना शुक्रवार की रात साढ़े दस बजे के करीब अनवल गांव में हुई। इसको लेकर मामला दर्ज किया गया है और धर्मस्थल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

हर एंगल से जांच कर रही है पुलिस

गृह मंत्री विज ने कहा कि हिंसा से जुड़े हर पहलू की जांच पुलिस कर रही हैं। सारे तथ्य पुलिस की जानकारी में है, और पुलिस एक-एक बिंदु पर जांच कर रही है। पंजाब नंबर की गाड़ी के तार हैदर अली से जुड़े होने के सवाल के जवाब में कहा कि ये जानकारी भी अधिकारियों को भेज दी गई है।

तनाव की पूर्व सूचना नहीं थी- विज

राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि शोभायात्रा को लेकर नूंह में संभावित तनाव के बारे में उन्हें कोई खुफिया सूचना नहीं मिली थी। विज ने कहा, मैंने अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह और डीजीपी से भी इस बारे में पूछा। उन्होंने भी बताया कि उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं थी।

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