केवल तीन दिन.. उसके बाद चार माह नहीं हो सकेंगे कोई भी मांगलिक काम
देवशयनी एकादशी से पहले कर लें मांगलिक कार्य। भगवान विष्णु 29 जून से चार माहीने के लिए योग निद्रा में चले जाएंगे।
जीवन मंत्र.. मानें चाहे न मानें..
जनजागरुकता, धर्म डेस्क। भगवान विष्णु के चार माहीने के लिए योग निद्रा में चले जाने का समय आ गया है। सनातन धर्म के अनुसार इस दौरान कोई भी मांगलिक काम नहीं किए जा सकेंगे। इसलिए अब ऐसे किसी काम के लिए तीन दिन ही बचे हैं।
पंचांग के अनुसार 29 जून 2023, गुरुवार को देवशयनी एकादशी से श्री हरि विष्णु शयन अवस्था में चले जाएंगे। इसी दिन से चातुर्मास का आरंभ हो जाएगा। इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य विवाह, मुंडन संस्कार, ग्रह प्रवेश जैसे कार्यों पर रोक लग जाती है। भगवान विष्णु चार माहीने योग निद्रा में चले जाएंगे।
देवशयनी से एकादशी से पूर्व बनने वाले शुभ योग और शुभ मुहूर्त में आप अपने मांगलिक कार्य कर सकते हैं। 28 जून तक ही शुभ योग, विवाह तथा मुंडन के मुहूर्त हैं।
26 जून के मुहूर्त और योग
तिथि: आषाढ़ शुक्ल अष्टमी तिथि
विवाह मुहूर्त: दोपहर 01.19 बजे से अगले दिन सुबह 05.25 बजे तक
मुंडन मुहूर्त: कोई नहीं
27 जून के शुभ मुहूर्त और योग
तिथि: आषाढ़ शुक्ल नवमी तिथि
रवि योग: दोपहर 02.43 बजे से अगली सुबह 05.26 बजे तक
विवाह मुहूर्त: सुबह 05.25 बजे से सुबह 06.24 बजे तक
28 जून के शुभ मुहूर्त और योग
तिथि: आषाढ़ शुक्ल दशमी तिथि
परिघ योग: सूर्योदय से सुबह 06.09 बजे तक
शिव योग: सुबह 06.09 बजे से पूरी रात तक
रवि योग: पूरे दिन
मुंडन महूर्त: सुबह 05.29 बजे से अगले दिन तड़के 03.19 बजे तक
विवाह मुहूर्त: कोई नहीं