गंभीर मामलाः गहन चिकित्सा कक्ष में लापरवाही की हद, एडमिट मरीज के चेहरे पर चींटियों का झुंड

परिजनों ने मरीज को इस हाल में देखा तो सकते में आ गए, मामले की शिकायत पर सीएमएचओ ने गठित की जांच टीम।

गंभीर मामलाः गहन चिकित्सा कक्ष में लापरवाही की हद, एडमिट मरीज के चेहरे पर चींटियों का झुंड

भिलाई, जनजागरुकता। जिस उम्मीद से मरीज किसी अस्पताल में इलाज के लिए जाता है और वहीं गंभीर लापरवाही देखने को मिले तो मरीज और गंभीर हो जाए, ऐसा ही मामला गहन चिकित्सा कक्ष में देखने को मिला, जहां एडमिट मरीज के चेहरे पर चींटियों का झुंड मिला है। 

यह मामला भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल हॉस्पिटल में उपचार के दौरान देखने को मिला। जहां गंभीर लापरवाही सामने आया है। यहां आईसीयू में भर्ती एक मरीज के मुंह पर लाल चींटियों का झुंड दिखा। परिजनों ने मरीज को इस हाल में देखा तो उनके होश उड़ गए। उसके बाद ये पूरा मामला जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर तक पहुंचा  तो CMHO ने जांच टीम बैठा दी है। 

सीएमएचओ कार्यालय के नोडल अधिकारी डॉ. आरके खंडेलवाल और तहसीलदार पूरी टीम के साथ चंदूलाल चंद्राकर हॉस्पिटल जांच के लिए पहुंचे थे। ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है। आईसीयू में गंभीर किस्म के मरीजों को भर्ती किया जाता है। ऐसे में यहां बैक्टीरियल इंफेक्शन तक नहीं होना चाहिए। 

चंदूलाल चंद्राकर हॉस्पिटल प्रबंधन आईसीयू को पूरी तरह से हाईजीन होने का दावा करता है। ऐसे में मरीज के मुंह पर इस तरह चीटिंयों का झुंड होना बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। वह जांच के बाद रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इसकी रिपोर्ट सीएमएचओ और कलेक्टर को दी जाएगी। इसके बाद इसमें नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 

ये है पूरा मामला

दुर्ग के सुभाष नगर निवासी रामा साहू (69) को 25 सितंबर को पेट में दर्द, बुखार, उल्टी और खांसी की शिकायत के बाद चंदूलाल चंद्राकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान स्थिति गंभीर होने पर उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। 29 सितंबर की शाम जब परिजन मरीज को देखने पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। मरीज रामा साहू के चेहरे पर सांस लेने वाली नली में हजार से अधिक संख्या में लाल चीटियां चल रही थीं। जब परिजनों ने इसकी शिकायत डॉक्टर से की तो उन्होंने मामले को दबाने का प्रयास किया। साथ ही मरीज को दूसरे बेड में शिफ्ट किया गया।

कुछ भी कहने से बच रहा प्रबंधन

मामले में मरीज के परिजन कोई भी शिकायत करने से मना कर रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की जांच अभी जारी है। जब इस बारे में अस्पताल के सीएमओ डॉ. सौरभ साव से बात की गई तो उन्होंने कोई भी जवाब देने से मना कर दिया। उनका कहना है कि मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वह कुछ कह पाएंगे। फिलहाल अस्पताल प्रबंधन इस मामले में जांच कर रहा है।