खालिस्तान के खिलाफ छत्तीसगढ़ में भी आवाज, दिलेर और रंधावा ने कहा- 'हम खालिस्तानी नहीं हिंदुस्तानी'
रैली को लेकर पुलिस ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा।
रायपुर, जनजागरुकता। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में छत्तीसगढ़ में भी आवाज उठाई गई है। मामले में रैली भी निकाली गई। राजधानी रायपुर में हुई घटना से शासन-प्रशासन सक्रिय हुआ है। सूचना अनुसार वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया के समर्थन में नारेबाजी भी हुई। सूचना पर पुलिस ने रैली में शामिल लोगों को नोटिस जारी किया है।
पंजाब के खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में राजधानी रायपुर में रैली निकाली गई थी। जहां वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया के समर्थन में नारेबाजी की गई। मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। श्यामनगर तेलीबांधा निवासी दिलेर सिंह, रिंकू रंधावा समेत सिख समाज के 50-60 लोगों ने तेलीबांधा गुरुद्वारा से पंचशील नगर तक बिना किसी अनुमति के शाम को रैली निकाली थी।
रैली में शामिल लोगों से स्पष्टीकरण मांगा
पंजाब में अमृतपाल पर कार्रवाई के विरोध में निकाली गई रैली के संबंध में थाना सिविल लाइंस ने आयोजक को नोटिस जारी कर गुरुवार सुबह 11 बजे तक जवाब देने निर्देशित किया था। इसके बाद सिख समाज के दलेर सिंह और रिंकू रंधावा ने रायपुर पुलिस को वीडियो भेजकर मामले में सफाई दी है।
कुछ लोगों ने गलत तरीके से प्रचारित-प्रसारित किया
गुरुद्वारा कमेटी तेलीबांधा के सदस्य दिलेर सिंह ने वीडियो जारी कर कहा कि अगर हमारे समाज के निर्दोष लोगों के खिलाफ पंजाब में रासुका लगाकर कार्रवाई हो रही है, तो हमने इसी का विरोध किया था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे गलत तरीके से खालिस्तान के समर्थन में प्रचारित-प्रसारित किया। जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ था। निर्दोष लोगों के खिलाफ जो कार्रवाई हो रही है। उसके खिलाफ उन्होंने रायपुर में बुधवार को रैली निकालकर प्रदर्शन किए थे।
हमें खालिस्तानियों से मतलब नहीं
उन्होंने कहा कि हमें ना खालिस्तान चाहिए और न ही खालिस्तान के लिए बात करते हैं। हम सिख समाज के लोगों लिए आवाज उठाते हैं। समाज के जागरूक नागरिक होने के नाते विरोध करते हैं। हमने पंजाब की भगवंत मान की सरकार के खिलाफ बीते दिनों प्रदर्शन किया था न कि खालिस्तान के समर्थन में। हमें देश विरोधी न दिखाया जाए। हम छत्तीसगढ़ में शांति, भाईचारे, प्रेम और सद्भाव के साथ रह रहे हैं। भारतीय संस्कृति में विश्वास रखते हैं।
पंजाब में घटना के खिलाफ आवाज उठाई
रिंकू रंधावा ने वीडियो जारी कर कहा कि बीते दिनों रायपुर में जो हुआ वो सिख समाज को बदनाम करने के लिए पंजाब में हो रहे कार्रवाई के खिलाफ किया गया था। पंजाब में जो घटना घट रही हैं, उसके खिलाफ हमने आवाज उठाई थी। हम छत्तीसगढ़ में शांति के साथ रहे हैं। हम खालिस्तानी नहीं हैं... खालिस्तानी नहीं हैं...। हमने खालिस्तानी समर्थन में नारे नहीं लगाए और न ही उसके खिलाफ समर्थन किया। मीडिया और अन्य लोगों से गुजारिश करते हुए कहा कि हमें देशविरोधी न दिखाया जाए। हम छत्तीसगढ़ में शांति, भाईचारे, प्रेम और सद्भाव के साथ रह रहे हैं। भारतीय संस्कृति में विश्वास रखते हैं।
ये है मामला
प्रदर्शनकारियों ने बीते दिनों रायपुर के आम आदमी पार्टी कार्यालय में पंजाब सरकार के खिलाफ पुतला फूंककर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अमृतपाल सिंह पंजाब में नशे के खिलाफ काम कर रहा था। वह युवाओं को नशे से बाहर निकालने की कोशिश में लगा था, लेकिन पंजाब सरकार ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के लिए उन्हें बदनाम कर रही है। वहीं की सरकार उन्हें आतंकवादी घोषित करने में लगी है। निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर रही है।
पंजाब के हालात लगातार खराब : सीएम भूपेश
इस मामले में सीएम भूपेश बघेल ने बुधवार को विधानसभा में कहा था कि जब से पंजाब में नई सरकार बनी है तब से वहां के हालात लगातार खराब हो रहे हैं। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब एक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ राज्य है, वहां की ये स्थिति चिंताजनक है।
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