यात्री रेल को बंद करने का साजिश रच रही है मोदी सरकार- कांग्रेस

कांग्रेस करेगी 13 सितबंर को रेल रोको आंदोलन, मेंटेनेस के नाम पर सबसे अधिक ट्रेनें बिलासपुर जोन की रद्द, पिछले साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को रद्द किया गया।

यात्री रेल को बंद करने का साजिश रच रही है मोदी सरकार- कांग्रेस

रायपुर, जनजागरुकता। केन्द्र में बैठी नरेन्द्र मोदी सरकार ने बार-बार ट्रेनों को रद्द कर रेलवे सुविधा को समाप्त करने का साजिश रच रही है। ताकि उद्योगपति अडानी को बेचा जा सके। जबकि छत्तीसगढ़ की बिलासपुर जोन सबसे अधिक फायदा देती है। दुर्भाग्य की बात है कि मेंटेनेस के नाम पर सबसे अधिक ट्रेनें बिलासपुर जोन की रद्द की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस रेलवे सुविधाओं की बहाली के लिए 13 सितंबर को रेल रोको आंदोलन करेगी। पिछले साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को रद्द किया गया।  

 

रेल यात्री सेवा को निजी हाथों में बेचने का षड़यंत्र

यह बातें कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला, घनश्याम तिवारी, धनजंय ठाकुर ने एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोंदी की सरकार देश की सबसे विश्वसनीय रेल यात्री सेवा को खत्म करके निजी हाथों में बेचने का षड़यंत्र रच रहा है। बिना कोई कारण बताए बिना किसी ठोस वजह के यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया जाता है। रेलवे द्वारा यात्री ट्रेनों को महिनों, हफ्तों तक बंद करने का फरमान जारी कर दिया जाता है।

नागरिकों की परेशानी से रेलवे को और केंद्र सरकार कोई मतलब नहीं

उन्होने बताया कि नागरिकों की परेशानी से रेलवे को और केंद्र सरकार कोई मतलब नहीं रहता है। रेलवे यात्रियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करती है। देश की आजादी के बाद ऐसी स्थिति केवल मोदी सरकार में आई है। रेलवे की यात्री सुविधाएं इतनी ज्यादा खस्ताहाल कभी नहीं रही। यात्री सेवा भारतीय रेल को बदनाम करने की साजिश है ताकि लोग रेलवे से परहेज करे। लोग मजबूर होकर दूसरी यात्री सेवा का लाभ उठाने के लिए मजबूर हो सके।

   

मोदी सरकार का मालवाहन पर ज्यादा जोर

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से रेलवे का अलग बजट बनाया जाता था, लेकिन मोदी सरकार रेलवे की यात्री सुविधाओं को समाप्त कर सिर्फ मालवाहक बनाना चाहती है और बाद में रेल को निजी हाथों में सौंपा जा सके इसके लिए रास्ता बना रही है। यात्री ट्रेनों की अपेक्षा माल भाड़े में रेलवे को 300 से 400 प्रतिशत ज्यादा मुनाफा मिलता है।

साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनें रहीं रद्द

शुक्ला ने बताया कि पिछले साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को रद्द किया गया। 

आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार

वर्ष 2020 में 32757 ट्रेनें निरस्त ।

वर्ष 2021 में 32151 ट्रेनें निरस्त।

वर्ष 2022 में 2474 ट्रेनें निरस्त ।

वर्ष 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेने निरस्त की गई है। 

मोदी सरकार के निशाने पर हिन्दू त्यौहार 

कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेने येन मौके पर कैंसिल कर दी जाती है रक्षाबंधन, दीवाली, शीतकालीन और शादी की सीजन में की जा रही है।

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