कोयला.. शराब के बाद छत्तीसगढ़ में "तीसरा" घोटाला.. 6 हजार करोड़ का..?
इस बार चावल घोटाले का राज खुलने वाला है। इस मामले में केंद्रीय एजेंसी (सेंट्रल टीम) छत्तीसगढ़ पहुंची हुई है।
रायपुर, जनजागरुकता। ईडी की लगातार छापेमारी के बाद अधिकारी, कारोबारियों व नेताओं के राज खोजने के बाद कई नामी-गिरामी ईडी की गिरफ्त में है। कोयला घोटाला, शराब घोटाले के बाद एक और घोटाले का मामला सामने आया है। इससे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। शासन-प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं।
इस बार 6 हजार करोड़ के चावल घोटाले का राज खुलने वाला है। इस मामले में केंद्रीय एजेंसी (सेंट्रल टीम) छत्तीसगढ़ पहुंची हुई है। बताया जा रहा है कि इस मामले में बड़ा रैकेट खुल सकता है। छत्तीसगढ़ में कथित तौर पर 6 हजार करोड़ के चावल घोटाले की जांच के लिए जांच एजेंसी प्रदेश में आई हुई है।
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे प्रदेश में घोटाले के कई राज खुलने लगे हैं। ईडी ने कोयला घोटाले सामने लाया था। उसके बाद अधिकारी व कारोबारी जेल में हैं। वहीं अब दो हजार करोड़ के शराब घोटाले का मामला चल रहा है। इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों में से एक महापौर के भाई अनवर ढेबर हैं।
आगे अभी करोड़ों के शराब घोटाले में कई राज खुलना बाकी है। इसमें कई नेता भी ईडी की गिरफ्त में होने की उम्मीद है। जांच के बीच ईडी ने कांग्रेसी नेताओं और कारोबारियों की प्रापर्टी को भी अटैच किया है।
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने शिकायत की थी
अब प्रदेश में 6 हजार करोड़ के चावल घोटाले का जिन्न सामने आया है। इस मामले में केंद्रीय एजेंसी (सेंट्रल टीम) छत्तीसगढ़ पहुंची हुई है। माना जा रहा है कि इसमें भी बड़ा रैकेट खुल सकता है। मामले पर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने चावल घोटाले की शिकायत की थी। जिसके बाद जांच करने टीम पहुंची है। शिकायत में डॉ. रमन ने प्रदेश में 6 हाजर करोड़ के चावल घोटाले का आरोप लगाया है। विधानसभा के बजट सत्र में डॉ. रमन सिंह ने चावल घोटाले का मुद्दा उठाया था। डॉ. सिंह ने तब यह आरोप लगाया था कि, केंद्रीय पुल के चावल वितरण में जमकर घोटाला हुआ है।
दो दिनों चलेगी जांच
जानकारी अनुसार शिकायत के आधार पर केंद्रीय टीम बुधवार 10 मई को राजधानी पहुंच गई थी। वहीं 11 और 12 मई को छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 12 मई की शाम टीम लौट जाएगी। मामले पर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के एक ट्विट में ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि केंद्रीय एजेंसी ( सेंट्रल टीम ) चावल घोटाला ममले की जांच शुरू कर सकती है।
सदन में सीएम भूपेश ने झूठा बताया था
प्रदेश में 6 हजार करोड़ के चावल घोटाले के मसले को विधानसभा में डॉ. रमन सिंह ने सीधे आरोप की तरह उठाया था। वहीं इस मुद्दे पर भूपेश सरकार ने सदन में चावल घोटाले के आंकड़े को झूठा बताया था। बता दें कि बीजेपी चावल घोटाले के मसले पर केंद्रीय खाद्य मंत्री से मिलकर शिकायत करते हुए संबंधित दस्तावेज सौंप चुकी है। दरअसल खाद्य विभाग के डेटाबेस में 1 लाख 65 हजार मीट्रिक टन चावल और जिले के डेटाबेस में 96 हजार मीट्रिक टन चावल दर्ज होने की जानकारी पूर्व सीएम ने दी।
दिल्ली के शराब मॉडल को भी पछाड़ा
रमन सिंह का कहना है कि प्रदेश सरकार को यह बताना चाहिए कि, 68 हजार मीट्रिक टन चावल का यह अंतर क्यों आ रहा है और 600 करोड़ रुपए का चावल कहां गया? एक बार फिर डॉ. रमन ने ट्विटर के माध्यम से संकेत देते हुए लिखा है कि पहले कोयले में दलाली.. फिर चावल में धांधली और अब शराब में भ्रष्टाचार की सीमा लांघ चुके भूपेश बघेल की सरकार की सच्चाई जनता के सामने आ गई है। उन्होंने कहा है कि अपनी तिजोरी भरने के चक्कर में 2000 करोड़ का भ्रष्टाचार कर भूपेश बघेल ने दिल्ली के शराब मॉडल को भी पछाड़ दिया है।
केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा
पूर्व सीएम रमन सिंह ने पहले भी इस मामले को उठाते हुए केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की थी। सिंह ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है और सीबीआई जांच की मांग की है।