विधानसभा सत्र : अविश्वास प्रस्ताव पर बृजमोहन ने निर्वस्त्र प्रदर्शनकारियों का मुद्दा उठाया, तो हुआ हंगामा
युवाओं के नंगे प्रदर्शन के लिए उन्होंने सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इस पर सत्तापक्ष से रविंद्र चौबे ने कड़ी आपत्ति जताई।
रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र के अंतिम दिन विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होते ही विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने निर्वस्त्र प्रदर्शनकारी युवाओं का मुद्दा उठाया तो सदन गरमा गया। अविश्वास प्रस्ताव के चर्चा की शुरूआत विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने की।
निर्वस्त्र प्रदर्शन के लिए सरकार जिम्मेदार
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसी सरकार है जिसकी वजह से युवाओं को बिना कपड़े के प्रदर्शन करना पड़ा, वे सड़क पर दौड़ते नजर आए हैं। युवाओं के नंगे प्रदर्शन के लिए उन्होंने सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इस पर सत्तापक्ष से रविंद्र चौबे ने कड़ी आपत्ति जताई। और सत्ता पक्ष ने भाजपा विधायक के बयान पर सदन में भारी हंगामा किया। बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर आपत्ति के साथ शोर-शराबा और आपसी बहस शुरू हो गई।
आपत्तिजनक शब्दों को विलोपित करने की मांग
सत्ता पक्ष की ओर से आपत्तिजनक शब्दों को विलोपित करने की मांग की गई। वहीं भारी हंगामे को शांत कराने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना पड़ा। हालांकि इसके बाद फिर बृजमोहन अग्रवाल ने विवादित शब्द नपुंसक का उपयोग किया और फिर सत्ता पक्ष से हंगामा हुआ। चर्चा कुछ देर रूकने के बाद फिर शुरू हुई। इधर आसंदी ने नंगे शब्द को निर्वस्त्र कहने की व्यवस्था दी।